10 साल बाद जेल से छूटकर लौटा पति, पत्नी बुर्के में और बेटे मदरसे में,
बच्चों ने पहचानने से किया इनकार
7 hours ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति 10 साल की जेल की सजा काटकर जब घर लौटा, तो उसने पाया कि उसकी पत्नी और दोनों बच्चे धर्म बदल चुके हैं। पत्नी का पहनावा पूरी तरह बदल चुका था और बच्चे मदरसे में पढ़ाई कर रहे थे। हालात ऐसे बने कि बच्चों ने अपने पिता को पहचानने तक से इनकार कर दिया। आरोप है कि मदरसे के प्रिंसिपल ने आर्थिक तंगी का फायदा उठाकर धर्म परिवर्तन कराया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
10 साल बाद घर लौटे महेंद्र के लिए बदला पूरा घर
यह घटना कुशीनगर के हनुमानगंज थाना इलाके के मंशा छापर गांव की है। यहां रहने वाले महेंद्र कुशवाहा (45) की शादी करीब 15 साल पहले राबड़ी देवी से हुई थी। दोनों के तीन बच्चे हुए। लेकिन बाद में रेप के एक मामले में महेंद्र को सजा हुई और वह 10 साल जेल में रहा। 4 सितंबर को जब वह घर लौटा, तो उसने देखा कि उसकी पत्नी अब बुर्का पहनती है, पांच वक्त की नमाज पढ़ती है और घर में इस्लामी रीति-रिवाज अपनाए जा रहे हैं। यह देखकर महेंद्र के होश उड़ गए।
बच्चों ने पिता को नहीं पहचाना
महेंद्र ने जब पत्नी से बच्चों के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि वे मदरसे में पढ़ रहे हैं। 7 सितंबर को महेंद्र बच्चों से मिलने मदरसे पहुंचा। वहां बच्चों ने अपने पिता को पहचानने से ही इनकार कर दिया। एक बेटे का नाम विपिन से बदलकर नूर आलम रखा गया था, जबकि दूसरा बेटा भी मदरसे में तालीम ले रहा था। इस पूरे मंजर ने महेंद्र को हैरान कर दिया।
पत्नी की शिकायत पर मदरसा प्रिंसिपल गिरफ्तार
महेंद्र ने जब बच्चों को अपने साथ ले जाने की कोशिश की तो मदरसे के लोगों से धक्का-मुक्की और मारपीट हो गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामला थाने ले गई। महेंद्र की पत्नी राबड़ी देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि मदरसा प्रिंसिपल मुजीबुर्रहमान ने उनकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर बेटे का धर्म परिवर्तन कराया। उसने बच्चे का नाम बदलकर नूर आलम रखा और विरोध करने पर धमकी दी।