कौशांबी में आरोपी के पिता ने थाने में जहर खाकर की आत्महत्या,
सपा नेता बोले- बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ लगाएं जा रहें हैं नारे
2 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: कौशांबी ज़िले में एक 8 वर्षीय मासूम बच्ची से हुए दुष्कर्म के मामले ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन इसके बाद घटना ने एक और बड़ा मोड़ ले लिया। आरोपी के पिता रामबाबू तिवारी ने थाने में ही जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है और अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है।
आरोपी के पिता ने थाने के अंदर जहर खाकर किया आत्महत्या
जानकारी के अनुसार, बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मगर इस गिरफ्तारी के बाद थाने में आरोपी के पिता रामबाबू तिवारी ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने थाने के अंदर ही जहर खा लिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना तब और ज्यादा पेचीदा हो गई जब पुलिस ने क्रॉस केस दर्ज करते हुए पीड़िता के पिता और चाचा को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दुष्कर्म केस पर गरमाई सियासत
दरअसल, इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने पूरे मामले को लेकर सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में बेटियों के साथ अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे। उन्होंने सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सिर्फ नारा देने से कुछ नहीं होता, जमीनी हकीकत कुछ और ही है। श्यामलाल पाल ने आगे कहा कि इस प्रकार की घटनाएं प्रदेश में सामंतवादी सोच की ओर इशारा करती हैं, जहां कमजोरों के साथ अन्याय होता है और सत्ता में बैठे लोग चुप रहते हैं। उन्होंने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच होनी चाहिए ताकि सभी पक्षों को न्याय मिल सके।
पुलिस की जांच पर उठे सवाल
बता दें कि फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर एक थाने के अंदर आरोपी के पिता ने कैसे जहर खा लिया। यह मामला अब कानून और व्यवस्था के साथ-साथ राजनीतिक बहस का भी विषय बन गया है।