कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ में हाईलेवल बैठक,
DGP ने दिए सख्त निर्देश
18 days ago
Written By: STATE DESK
सावन शुरू होने से पहले यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। मेरठ के कमिश्नरी सभागार में इसको लेकर एक अहम बैठक हुई, जिसमें यूपी के डीजीपी राजीव कृष्णा और प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान साफ-साफ कहा गया कि धार्मिक श्रद्धा के नाम पर कोई मनमानी नहीं चलेगी।
धार्मिक आस्था के नामपर कानून हाथ में न ले अफसर
बैठक में सबसे पहले बात हुई उन मामलों की, जहां बीते सालों में कांवड़ यात्रा के दौरान भीड़, तेज डीजे और ऊंची कांवड़ के चलते अव्यवस्थाएं हुईं। इस बार प्रशासन इन मुद्दों को लेकर बेहद सख्त नजर आ रहा है। डीजीपी राजीव कृष्णा ने साफ निर्देश दिया कि कोई भी संगठन या समूह किसी ढाबे या होटल में जाकर खुद से चेकिंग नहीं करेगा। चेकिंग की जिम्मेदारी फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की होगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग धार्मिक आस्था के नाम पर कानून हाथ में ले लेते हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कम रखें DJ की आवाज
डीजीपी ने बताया कि, डीजे की आवाज 75 डेसिबल से ज्यादा नहीं हो सकती। वहीं कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। रुड़की से मुजफ्फरनगर के बीच जहां कांवड़ और डीजे असेंबल होते हैं, वहां विशेष निगरानी की जाएगी। अगर किसी कांवरिये की डीजे या कांवड़ तय मानकों से ज्यादा निकली तो उसे वहीं रोककर कार्रवाई की जाएगी।
प्रमुख सचिव ने भी दिए निर्देश
वहीं प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने व्यवस्थाओं को लेकर फील्ड अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीने का पानी, सफाई और भोजन की शुद्धता पर कोई समझौता नहीं होगा। सभी ढाबों और शिविरों में शुद्ध शाकाहारी खाना ही मिलेगा। इसके लिए सभी होटल, ढाबा और कैंप संचालकों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
भीड़ प्रबंधन के लिए व्हाट्सएप ग्रुप
उन्होंने बताया कि नहर पटरी की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। 700 किलोमीटर में से सिर्फ 25 किलोमीटर का काम बाकी है, जो दो से तीन दिन में पूरा कर लिया जाएगा। सिंचाई विभाग को संतुलित जल प्रवाह बनाए रखने को कहा गया है। बिजली व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। बिजली विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि ट्रांसफॉर्मर और पोल पूरी तरह से कवर्ड हों, जिससे हादसों को टाला जा सके।
भीड़ प्रबंधन के लिए अलग-अलग राज्यों के अफसरों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिससे जरूरत पड़ने पर तुरंत सूचना और सहयोग मिल सके। प्रमुख सचिव ने कहा कि, बड़े डीजे शहरों के बाईपास पर ही रखे जाएंगे, उन्हें शहर के भीतर नहीं आने दिया जाएगा। रेलवे से यात्रा करने वाले कांवरियों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। ट्रेन की छत पर कोई सफर नहीं करेगा, इसके लिए रेलवे अधिकारियों से बात हो चुकी है।
अंत में बताया गया कि पिछले साल 4 करोड़ कांवरिये यात्रा में शामिल हुए थे, इस बार यह संख्या और बढ़ सकती है। ऐसे में पूरे प्रदेश में अलर्ट मोड पर तैयारी की जा रही है।