कांवड़ यात्रा को लेकर रूट डायवर्जन,
लखनऊ से दिल्ली जाने वले जरुर पढ़ें ये खबर
15 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
आज से सावन का पावन महीना शुरू हो गया है और साथ ही शुरू हो गई है कांवड़ यात्रा की जबरदस्त रफ्तार। हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौटते शिवभक्तों की टोलियां जगह-जगह दिखाई देने लगी हैं। आने वाले दिनों में कांवड़ियों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी होने वाली है और इसी के चलते उत्तर भारत के प्रमुख मार्गों, खासतौर पर दिल्ली से हरिद्वार जाने वाले रास्तों पर यातायात व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है।
भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक
गुरुवार से दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। गाज़ियाबाद पुलिस ने साफ कर दिया है कि अगले 13 दिनों तक इस मार्ग से कोई भारी वाहन नहीं गुजरेगा। इसके बाद 18 जुलाई से इस रूट पर हल्के वाहनों पर भी रोक लगाने की तैयारी है। दोनों तरह के वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से निकाला जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और यात्रा निर्विघ्न रूप से चलती रहे।
कई मार्ग डायवर्ट
यात्रा के चलते कई मार्गों को डायवर्ट किया गया है। दिल्ली से हरिद्वार, अमरोहा, लखनऊ, बरेली जैसे शहरों की ओर जाने वाले वाहनों को अब यूपी गेट या गाज़ीपुर बॉर्डर से होते हुए नेशनल हाईवे 9 के रास्ते डासना इंटरसेक्शन तक भेजा जाएगा, जहां से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के जरिए आगे की ओर भेजा जाएगा। इसके अलावा दिल्ली से लखनऊ और बरेली जाने वालों के लिए दो अलग वैकल्पिक रास्ते तय किए गए हैं, जो गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बिजनौर, मुरादाबाद होते हुए दिल्ली-लखनऊ हाईवे से जुड़ते हैं।
CCTV से 24 घंटे निगरानी
ट्रैफिक व्यवस्था के साथ-साथ प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक-चौबंद कर दिया है। पूरे कांवड़ मार्ग पर करीब 29,454 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। इसके अलावा 375 ड्रोन से भी हवाई निगरानी की जा रही है। पूरे सावन माह के दौरान 66 हजार पुलिसकर्मी, 50 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र बल और पीएसी, साथ ही 1424 होमगार्ड्स तैनात किए गए हैं।
नानवेज-शराब की दुकाने बंद
कांवड़ यात्रा को देखते हुए नॉनवेज होटल, शराब की दुकानों और कुछ व्यापारिक गतिविधियों पर भी नियंत्रण लगाया गया है ताकि धार्मिक माहौल में कोई खलल न पड़े। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें और कांवड़ यात्रा में सहभागी बनें, बाधा नहीं। श्रद्धा, व्यवस्था और अनुशासन – इस साल की कांवड़ यात्रा इन्हीं तीन बिंदुओं पर आधारित दिखाई दे रही है।