कानपुर के CMO का DM पर बड़ा आरोप, मीटिंग में थप्पड़ मारा,
कहा- दलित हो, मंदबुद्धि हो, पूछा- सिस्टम में क्यों नहीं हो?
1 months ago
Written By: News Desk
Kanpur CMO vs DM: कानपुर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. हरी दत्त नेमी और जिलाधिकारी (DM) जितेंद्र प्रताप सिंह के बीच कई महीनों से चल रहा विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। डॉ. नेमी ने शहर से ट्रांसफर होने से पहले डीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि डीएम न सिर्फ उनके साथ गलत भाषा का प्रयोग करते थे, बल्कि कई बार सार्वजनिक रूप से उनका शारीरिक और मानसिक अपमान भी किया। यह पूरा मामला अब राजनीतिक रंग भी ले चुका है।
CMO बोले- बैठक में DM ने सिर पर मारा थप्पड़
डॉ. नेमी के मुताबिक, राज्यपाल की ऑनलाइन बैठक के दौरान डीएम ने उनके पीछे से सिर पर मार दिया, जिससे उनका मुंह माइक से टकरा गया। वहां मौजूद जूनियर स्टाफ ने यह सब देखा और उन्हें सार्वजनिक तौर पर शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। यही नहीं 14 जून को सीएम डैशबोर्ड की बैठक में भी डीएम ने उन्हें हाथ पकड़कर मीटिंग से बाहर निकाल दिया। इसके साथ ही डॉ. नेमी ने यह भी आरोप लगाया कि डीएम लगातार जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते थे और कहते थे कि तुम दलित हो, मंदबुद्धि हो, तुम्हें सिस्टम नहीं आता। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक आरोपी फर्म को भुगतान नहीं किया, जिससे डीएम नाराज़ हो गए और उन्हें धमकाने लगे। डीएम का कहना था कि सभी लोग सिस्टम में हैं, तुम क्यों नहीं हो
डॉ. सुबोध का ट्रांसफर बना DM-CMO विवाद की जड़
बता दें कि विवाद तब और बढ़ा जब सीएमओ ने डॉ. सुबोध यादव का ट्रांसफर कर दिया, जो एक पार्टी विशेष के लिए काम करते थे। डीएम ने इस ट्रांसफर को निरस्त करने का दबाव बनाया। लेकिन सीएमओ ने स्पष्ट कहा कि डॉ. सुबोध भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और जनप्रतिनिधियों की शिकायतें भी मिली हैं। दोनों अफसरों के बीच यह विवाद 5 फरवरी से शुरू हुआ, जब डीएम ने सीएमओ ऑफिस में छापा मारा और 34 अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए। इसके बाद लगातार आरोप-प्रत्यारोप चलने लगे। सीएमओ ने दावा किया कि उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है और एक ऑडियो को AI के जरिए बनाकर वायरल किया गया।
सतीश महाना ने डिप्टी सीएम को लिखा पत्र
सियासी दखल तब शुरू हुआ जब सीएमओ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मिले और अपनी बात रखी। इसके बाद महाना, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को पत्र लिखकर सीएमओ के पक्ष में आ गए। दो और बीजेपी विधायक भी सीएमओ के समर्थन में सामने आए। लेकिन दूसरी ओर कुछ बीजेपी विधायकों ने सीएमओ को भ्रष्ट बताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। दरअसल, 14 जून को जब एक मीटिंग में डीएम ने सीएमओ को AI ऑडियो के मामले में सवाल किया तो डॉ. नेमी ने इससे इनकार किया। डीएम ने हाथ पकड़कर उन्हें बैठक से बाहर भेज दिया। अब मामला न सिर्फ प्रशासनिक बल्कि पूरी तरह से राजनीतिक विवाद में बदल चुका है।