कानपुर: चौकी प्रभारी ने युवक पर किया मारपीट — वायरल सीसीटीवी वीडियो पर निलंबन,
एसीपी को सौंपी जांच
4 days ago
Written By: Aniket Prajapati
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस फिर सुर्खियों में आ गई है। पहले रावतपुर की गुरुदेव चौकी में शराब पार्टी के आरोप पर चौकी प्रभारी व दारोगा निलंबित हुए थे और अब पनकी रोड चौकी प्रभारी के खिलाफ सीसीटीवी में कैद एक विवादित वीडियो सामने आया है। वायरल फुटेज में चौकी प्रभारी पुष्पराज सिंह एक युवक विकास को थप्पड़ मारते, उसका मोबाइल छीनने और तोड़ने का प्रयास करते दिख रहे हैं। वीडियो मिलते ही डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया और मामले की जांच एसीपी कalyанपुर को सौंपी है।
क्या हुआ घटना के वक्त — दुकान के बाहर से शुरू हुआ मामला
कार्रवाई के अनुसार घटना कल्याणपुर क्रॉसिंग के पास एक बाजार की दुकान के सामने हुई। पनकी रोड चौकी प्रभारी पुष्पराज सिंह अपने चार-पाँच साथियों के साथ वहां वाहनों को हटवाने पहुंचे थे और एक बाइक को ई-रिक्शा में लादवाने का काम चल रहा था। इस दौरान विकास नाम का युवक वहां खड़ा था और मोबाइल से घटना रिकॉर्ड करने लगा। युवक को वीडियो बनाते देख चौकी प्रभारी का पारा चढ़ गया और उन्होंने उसे पकड़कर मारना शुरू कर दिया।
सीसीटीवी में कैद बचकाना व्यवहार — मोबाइल छीनने की कोशिश
दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में स्पष्ट दिखता है कि चौकी प्रभारी युवक को घसीटते और थप्पड़ मारते हैं। एक सिपाही मोबाइल छीनकर वीडियो डिलीट करने की कोशिश करता दिखा। छीनझपटी के दौरान मोबाइल गिर गया और चौकी प्रभारी ने उसे पैर से तोड़ने की कोशिश की। इस पूरी हरकत को सीसीटीवी ने कैद कर लिया और वीडियो वायरल होते ही मामले की पैरवी बढ़ गई।
प्रशासन की कार्यवाही और चौकी प्रभारी की सफाई
वीडियो वायरल होते ही डीसीपी पश्चिम ने पुष्पराज सिंह को निलंबित कर दिया। घटना की जांच एसीपी कल्याणपुर को सौंपी गई है। चौकी प्रभारी पुष्पराज ने अपनी सफाई में कहा है कि युवक अक्सर पुलिस के साथ अभद्रता करता रहा है और कुछ माह पहले युवक व उसके पिता को पुलिस अभद्रता के केस में जेल भी भेजा गया था। हालांकि वायरल सीसीटीवी और साक्ष्यों के आधार पर अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई की है और जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त कदम उठाने का इरादा जताया गया है। लोकल लोग और सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा कर रहे हैं और पुलिस में अनुशासन व जवाबदेही की मांग जोर पकड़ रही है। जांच पूरी होने पर ही सच्चाई स्पष्ट होगी और आगे की कार्रवाई निर्धारित होगी।