ना वीडियो, ना रील… सिर्फ हिम्मत, जालौन की 7 छात्राओं ने बदल दी गांव की किस्मत,
एसडीेएम ने खुद जाकर दी बधाई
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के ग्राम चमेड़ में नारी शक्ति का असली उदाहरण सामने आया है। यहां की सात स्कूली छात्राओं की मेहनत और हिम्मत ने गांव की एक बड़ी समस्या का हल निकाल दिया। ग्राम की जर्जर सड़क से परेशान होकर छात्राओं ने एसडीएम और मंडी सभापति को शिकायती पत्र दिया। उनकी पहल के बाद चमेड़ से ग्राम जुझारपुरा तक 1.46 किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए 49.85 लाख रुपये का बजट पास हो गया। इस कदम से पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है।
छात्राओं की पहल से मिली सफलता स्कूली छात्राएं कविता कुमारी, दीक्षा, शिल्पी, साक्षी, सेजल, नंदनी और चंचल दो माह पहले एसडीएम ज्योति सिंह और मंडी सभापति को शिकायती पत्र दिया था। छात्राओं की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने मंडी समिति से प्रस्ताव बनवाकर उच्चाधिकारियों को भेजा। उनके इस कदम ने दिखा दिया कि अगर सही दिशा में पहल की जाए तो बड़ी समस्याओं का समाधान भी संभव है।
बजट पास होने पर खुशी का माहौल एसडीएम ज्योति सिंह और मंडी सचिव सोनू ने गांव पहुंचकर लोगों और बच्चियों को बजट पास होने की जानकारी दी। जैसे ही यह खबर आई, गांव के लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। उन्होंने बताया कि जर्जर सड़क के कारण रोजमर्रा की समस्याओं का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब सड़क निर्माण के बाद गांव के विकास में मदद मिलेगी।
ग्रामीणों और छात्राओं की प्रतिक्रिया ग्रामीणों ने छात्राओं की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह उनके गांव के विकास के लिए प्रेरणादायक है। वहीं छात्राओं ने बताया कि वे अब गांव की अन्य गंभीर समस्याओं को भी उठाएंगी। उन्होंने एसडीएम ज्योति सिंह का विशेष सहयोग और मार्गदर्शन बताया, जिसने उनकी आवाज को सशक्त बनाया और बजट पास करवाने में मदद की।
नारी शक्ति का उदाहरण जालौन की यह कहानी यह दिखाती है कि छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। सात बेटियों की हिम्मत और सक्रियता ने यह साबित कर दिया कि यदि समाज में नारी शक्ति को अवसर दिया जाए तो विकास की राह आसान हो सकती है।