कुठौंद थाने में इंस्पेक्टर की संदिग्ध मौत,
महिला सिपाही पर हत्या का केस, हर दिन सामने आ रहे नए खुलासे
6 days ago
Written By: Aniket Prajapati
जालौन जिले के कुठौंद थाने में तैनात इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की संदिग्ध मौत का मामला लगातार सुर्खियों में है। 5 दिसंबर की रात थाने के बंद कमरे में गोली चलने से इंस्पेक्टर की मौत हो गई थी। घटना के कुछ ही मिनट बाद महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा उसी कमरे से बाहर भागती हुई दिखाई दी थीं। इंस्पेक्टर की पत्नी की शिकायत पर मीनाक्षी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। मामला जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं, जिससे यह केस और जटिल होता जा रहा है।
कोंच थाने से शुरू हुई पहचान
इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय पहले कोंच थाने के प्रभारी थे, जहां महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा की भी तैनाती थी। दोनों की पहली मुलाकात यहीं हुई थी। करीब सात महीने तक अरुण कुमार कोंच थाने में रहे, इसी दौरान दोनों के बीच पहचान बढ़ी। बताया जा रहा है कि मीनाक्षी की कार्यशैली को लेकर इंस्पेक्टर नाराज रहते थे और उन्होंने उसे हटाने के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भी भेज दी थी। इसी बीच अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि नाराजगी के बाद दोनों के बीच अचानक नजदीकियां कैसे बढ़ीं।
इंस्पेक्टर के आवास पर आने-जाने लगी मीनाक्षी
सूत्रों के अनुसार, जब मीनाक्षी के खिलाफ कार्रवाई की बात सामने आई तो उसने नरम रवैया अपनाया और इंस्पेक्टर के सरकारी आवास पर जाना शुरू कर दिया। समय के साथ वह इंस्पेक्टर की खास बन गई। यहां तक कि जब अरुण कुमार राय का तबादला कुठौंद थाने में हो गया, तब भी उनका संपर्क खत्म नहीं हुआ और वह उनसे मिलने आती रहती थीं।
मोबाइल रिकॉर्ड में कई चौंकाने वाली बातें
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। फोरेंसिक टीम भी हर एंगल से जांच कर रही है। मीनाक्षी शर्मा के मोबाइल की कॉल डिटेल और चैट रिकॉर्ड की जांच में पता चला है कि उसके संबंध सिर्फ इंस्पेक्टर से ही नहीं बल्कि कुछ अन्य लोगों से भी थे। ये जानकारियाँ केस को और उलझा रही हैं।
विवादों से घिरी मीनाक्षी अब सलाखों के पीछे
मीनाक्षी शर्मा पहले भी जालौन से लेकर पीलीभीत तक कई विवादों में घिरी रही है। 5 घंटे की पूछताछ में उसने दावा किया कि जब वह कमरे में पहुंची, तब गोली पहले ही चल चुकी थी। वहीं पुलिस का कहना है कि उस समय इंस्पेक्टर और सिपाही के बीच तीखी बहस हुई थी। महंगे मोबाइल और ब्रांडेड कपड़ों की शौकीन मीनाक्षी आज जेल की सलाखों के पीछे रातें गुजार रही है।