विधायक की गाड़ी पुल से निकली, लेकिन मां के शव वाली एंबुलेंस रोकी गई,
बेटा एक किलोमीटर पैदल चला, फिर ऑटो से पहुंचा घर
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से एक बेहद भावुक और दुखद तस्वीर सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। शनिवार को यमुना नदी पर बने पुल की मरम्मत के चलते दो दिन के लिए सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। इसी बीच एक भाजपा विधायक की कार को पुल से निकलने दिया गया, लेकिन एक युवक अपनी मां का शव लेकर लौट रहा था, उसे पुल पार करने की अनुमति नहीं दी गई। इस कारण उसे अपनी मां के शव को स्ट्रेचर पर रखकर करीब एक किलोमीटर पैदल पुल पार करना पड़ा।
बेटा मां का शव लेकर 1 किमी चला पैदल
घटना कानपुर-सागर हाईवे एनएच-34 की है। टेढ़ा गांव निवासी बिंदा अपनी मां शिवदेवी (63) का इलाज कानपुर में करा रहे थे। शनिवार सुबह उनकी मां का निधन हो गया। बिंदा उन्हें एम्बुलेंस से वापस गांव ला रहे थे, लेकिन पुल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने एम्बुलेंस को रोक दिया। बिंदा ने पुलिस से बहुत विनती की, हाथ-पैर जोड़े लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूरी में उन्होंने एम्बुलेंस से स्ट्रेचर निकाला और ड्राइवर व चिकित्सा कर्मी की मदद से शव को पुल पार कराया। बाद में शव को ऑटो से घर ले जाया गया।
मरम्मत से पहले निकली विधायक की गाड़ी
वहीं, इसी पुल से तीन घंटे पहले भाजपा विधायक मनोज प्रजापति की कार को निकाल दिया गया था। हालांकि विधायक ने सफाई दी है कि वे उस समय कार में नहीं थे, उनके भाई बीमार थे जिन्हें कानपुर ले जाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि जब गाड़ी निकली, मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ था। पीएनसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एमपी वर्मा और साइट इंजीनियर पंकज सिंह ने भी पुष्टि की कि पुल की मरम्मत दोपहर में शुरू हुई थी और शव वाहन तब आया जब काम चालू था।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ा दी है। लोग कह रहे हैं कि पुल बंद होने से अब उन्हें 25 किमी लंबा खराब रास्ता तय करना पड़ रहा है। कई इलाकों में सड़क उखड़ी हुई है और यात्रा बेहद मुश्किल हो गई है। लोग प्रशासन से बेहतर वैकल्पिक व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।