गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुरक्षा को मिलेगा अभेद कवच,
मुख्यमंत्री 20 जून को करेंगे सुरक्षा फ्लीट का शुभारंभ
1 months ago
Written By: NEWS DESK
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अब सिर्फ तेज रफ्तार यातायात का जरिया नहीं रहेगा, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से भी यह प्रदेश में एक नई मिसाल पेश करेगा। 20 जून को इस एक्सप्रेसवे का लोकार्पण होने जा रहा है, और उसी दिन मुख्यमंत्री यात्रा सुरक्षा फ्लीट को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
पूरी तरह हाईटेक होगा सुरक्षा सिस्टम
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEDA) द्वारा तैयार किए गए इस 91 किमी लंबे एक्सप्रेसवे पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) की तर्ज पर सुरक्षा की बहुपरत व्यवस्था तैयार की जा रही है। वहीं इस सिस्टम में हर 5 किमी पर लगे होंगे सीसीटीवी कैमरे, स्पीड मॉनिटरिंग के लिए स्पीड डिटेक्शन कैमरे, और हर वाहन की पहचान के लिए नंबर प्लेट रीडर (NPR) सिस्टम भी लगाया जाएगा। ये सभी डिवाइस कंट्रोल रूम से सीधे जुड़े रहेंगे और यदि कोई वाहन गति सीमा का उल्लंघन करता है, तो उसकी सूचना संबंधित जनपद के एआरटीओ तक तुरंत पहुंच जाएगी।
सुरक्षा फ्लीट में क्या-क्या होगा शामिल?
मुख्यमंत्री द्वारा शुभारंभ की जाने वाली सुरक्षा फ्लीट में निम्नलिखित वाहन तैनात रहेंगे:
5 इनोवा कारें – 24x7 पेट्रोलिंग के लिए, हर वाहन में 4 रिटायर्ड सैनिक
5 कैम्पर वाहन – ट्रैफिक कोन, रस्सी, रेडियम स्ट्रिप आदि से लैस
4 एम्बुलेंस – हर 45 किमी पर दोनों ओर तैनात
2 क्रेन और 1 हाइड्रा वाहन – खराब या दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को तुरंत हटाने के लिए
यूपीडा के नोडल सिक्योरिटी ऑफिसर राजेश पांडेय ने जानकारी दी कि एक्सप्रेसवे पर इनोवा गाड़ियों की शिफ्ट वाइज गश्त जारी रहेगी ताकि हर घटना का तुरंत रिस्पॉन्स हो सके। वहीं, क्रेन और हाइड्रा वाहन दुर्घटनाग्रस्त या खराब वाहनों को तत्काल हटाकर मार्ग को साफ रखेंगे, ताकि अन्य यात्रियों को असुविधा न हो।
चिकित्सा सहायता भी रहेगी तत्पर
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर हर 45 किमी की दूरी पर द्विपक्षीय एम्बुलेंस तैनात रहेंगी। किसी भी आकस्मिक चिकित्सा की स्थिति में मरीज को नजदीकी अस्पताल पहुंचाने के लिए ये एम्बुलेंस फ्लीट तैयार रहेगी।
सख्ती से होगा यातायात नियमों का पालन
एटीएमएस लागू होने के बाद रफ्तार सीमा का उल्लंघन करने वालों पर सीधी कार्रवाई होगी। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की जानकारी स्वचालित रूप से विभाग तक पहुंचेगी और चालान प्रक्रिया तत्काल शुरू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा प्राथमिकता
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ निर्माण की दृष्टि से नहीं, बल्कि सुरक्षा और स्मार्ट निगरानी के क्षेत्र में भी राज्य की आधुनिकतम परियोजनाओं में शुमार होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि यूपी के हर एक्सप्रेसवे पर यात्री न केवल सुरक्षित रहें, बल्कि उन्हें किसी भी आपात स्थिति में तत्काल मदद मिल सके।