गाजीपुर में दिनदहाड़े चाचा-भतीजे पर फायरिंग, भतीजे की हालत गंभीर,
11 साल पुरानी रंजिश से जुड़ा मामला
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: गाजीपुर के सैदपुर तहसील क्षेत्र में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब बाइक सवार बदमाशों ने चाचा-भतीजे पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। घटना खानपुर थाना क्षेत्र के कूढ़ालंबी गांव की है। हमले में 30 वर्षीय विश्वजीत सिंह उर्फ राजन को तीन गोलियां लगी हैं, जबकि उनके चाचा त्रिवेणी सिंह (55) को एक गोली लगी है। घायल अवस्था में दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां से विश्वजीत की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है।
सैलून से बाहर आते ही चलीं गोलियां
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों एक सैलून में बाल कटवा रहे थे। जैसे ही वे बाहर निकले, पहले से घात लगाए दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां इतनी तेजी से चलाई गईं कि दोनों को बचने का मौका तक नहीं मिला। विश्वजीत को एक गोली कंधे पर, एक पीठ में जो आर-पार हो गई और एक दूसरी तरफ के कंधे पर लगी। वहीं त्रिवेणी सिंह के हाथ में गोली लगी। हमलावर वारदात के बाद मौके से भाग निकले।
स्थानीयों की सतर्कता से बची जान
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। त्रिवेणी सिंह की हालत स्थिर बताई जा रही है जबकि विश्वजीत की हालत चिंताजनक बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, विश्वजीत नोएडा में प्राइवेट नौकरी करता है और कुछ दिनों की छुट्टी लेकर घर आया था। उनके चाचा त्रिवेणी सिंह गांव में खेती-किसानी करते हैं।
क्रिकेट मैच से शुरू हुआ झगड़ा
पुलिस को शक है कि यह हमला 2013 में हुई एक हत्या की रंजिश का नतीजा है। तब एक क्रिकेट मैच के दौरान हुए झगड़े में मनीष यादव नामक युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में विश्वजीत के परिजनों पर आरोप लगे थे। अब मनीष के भाई अविनाश उर्फ गोलू और उसके साथियों पर हमले का शक है।
हमलावरों की तलाश में पुलिस की तीन टीमें गठित
पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है। क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि तीन टीमें हमलावरों की तलाश में लगाई गई हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।