गोवा अग्निकांड में गाजियाबाद के विनोद और तीन सालियों की दर्दनाक मौत,
परिवार सदमे में
6 days ago Written By: Aniket Prajapati
गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-15 का माहौल इन दिनों गम और खामोशी से भरा हुआ है। टाइप-वन के बिल्डर फ्लोर की दूसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 986, जहाँ कभी बच्चों की हंसी गूंजा करती थी, आज पूरी तरह बंद और शांत है। यहां रहने वाले विनोद कुमार और उनकी तीन सालियों की गोवा के एक नाइट क्लब में आग लगने से मौत हो गई। उनकी पत्नी और बच्चे गहरे सदमे में हैं। दो परिवारों पर अचानक टूटी इस दुखद घटना ने पूरे सेक्टर को शोक में डुबो दिया है।
गोवा नाइट क्लब में आग, चार लोग झुलसकर मरे
विनोद कुमार अपनी पत्नी भावना और तीन सालियों – सरोज जोशी, अनिता जोशी और कमला जोशी – के साथ गोवा घूमने गए थे। 4 दिसंबर की रात अरपोरा स्थित एक नाइट क्लब में पार्टी के दौरान क्रैकर गन से उड़ाई जा रही फुलझड़ी की चिंगारी से आग लग गई। क्लब में तारों में आग फैल गई और वुडन फ्लोर होने के कारण आग ने तेजी से भयानक रूप ले लिया। चारों तरफ भगदड़ मच गई। भावना किसी तरह बाहर निकल आईं, लेकिन विनोद तीनों सालियों को ढूंढते हुए आग की लपटों में घिर गए। गोवा पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव पत्नी को सौंप दिए।
फ्लैट में पसरा सन्नाटा, बच्चे सदमे में
विनोद के घर पर उनकी 8 साल की बेटी अनायस और 13 साल का बेटा रेयांश अपने नाना-नानी के साथ थे। अब दोनों बच्चे सदमे में हैं। पड़ोसी भी विनोद की मौत से बेहद दुखी हैं। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष कपिल शर्मा ने बताया कि विनोद उत्तराखंड के रहने वाले थे और दिल्ली में एक फाइनेंस कंपनी में अधिकारी थे। दो साल पहले ही वसुंधरा में शिफ्ट हुए थे, लेकिन जल्द ही सभी के प्रिय बन गए।
एक ही परिवार में दो बहनों की शादी, दो घरों में छाया मातम
विनोद और उनके भाई नवीन की शादी एक ही परिवार की दो बहनों से हुई है। विनोद की पत्नी भावना सबसे छोटी बहन हैं, जबकि नवीन की पत्नी सबसे बड़ी बहन। तीसरी बहन, जो अनmarried थी, भी माता-पिता के साथ रहती थी। विनोद के साथ गई नवीन की पत्नी की भी आग में मौत हो गई। दोनों परिवारों के मासूम बच्चे अब अपने माता-पिता को खोने के दुख में हैं।
पत्नी ने सुनाई भयावह रात की दास्तान
भावना ने बताया कि क्लब में अचानक लगी आग के बाद बिजली चली गई और सिर्फ एक ही रास्ता होने के कारण लोग बाहर नहीं निकल पाए। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कई लोग दम घुटने से गिर पड़े। “मैं बाहर निकल रही बॉडीज में अपने अपनों को पहचान रही थी,” उन्होंने रोते हुए कहा। उन्होंने बताया कि बहुत मनाने के बाद पुलिस ने शव परिवार को सौंपे।