फर्रुखाबाद जिला अस्पताल लोहिया में ठेकेदारों के बीच लात-घूंसे,
जूतमपैजार का वीडियो वायरल, सीएमएस पर लगे गंभीर आरोप
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
फर्रुखाबाद: जिला अस्पताल लोहिया एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। इस बार वजह बनी दो ठेकेदारों के बीच हुई खुली मारपीट, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह विवाद अस्पताल से सरकारी सामान ले जाने को लेकर हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर चोरी और अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए।
ठेके में घोटाले का आरोप, फर्नीचर बना विवाद की जड़
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना कादरीगेट थाना क्षेत्र के आवास विकास स्थित जिला अस्पताल लोहिया की है। बताया जा रहा है कि, अस्पताल में फर्नीचर की मरम्मत का ठेका पहले एक ठेकेदार को दिया गया था, लेकिन ठेका बदलने के बाद नया ठेकेदार जब साइट पर पहुंचा तो उसने पुराने ठेकेदार द्वारा सरकारी फर्नीचर अपने साथ ले जाने पर आपत्ति जताई। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी हुई जो मारपीट में बदल गई।
लात-घूंसे, चप्पल-जूते, खुलेआम हुई मारपीट
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि, दोनों पक्षों के बीच खुलेआम लात-घूंसे और चप्पलों से मारपीट हुई। यह पूरी घटना अस्पताल परिसर के भीतर हुई, जो लोहिया जैसे संवेदनशील अस्पताल की सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
सीएमएस पर भ्रष्टाचार को दबाने का आरोप
वहीं घटना के बाद अस्पताल प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि, सीएमएस अशोक प्रियदर्शी, जो हाल ही में अस्पताल के प्रभारी बने हैं, इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने मामले को उजागर होने से रोकने के लिए पुलिस कार्रवाई से पहले ही दोनों पक्षों पर समझौते का दबाव बनाया। स्थानीय लोगों और स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का कहना है कि सीएमएस के कार्यभार संभालने के बाद से अस्पताल में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन जिला प्रशासन से लेकर शासन स्तर तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
मौके पर पहुंची CO सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही CO सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय ने अस्पताल पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी या प्रशासनिक कार्रवाई की पुष्टि नहीं हुई है।
लाखों के घोटाले का हो सकता है पर्दाफाश
वहीं सूत्रों का कहना है कि, फर्नीचर मरम्मत के नाम पर अस्पताल में लाखों रुपए का घोटाला हुआ है, और ठेकेदारों की मारपीट ने इस पूरे खेल को सामने ला दिया है। अब देखना होगा कि क्या शासन-प्रशासन इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई करता है या फिर यह मामला भी समझौते की चादर में ढंक दिया जाएगा।