इटावा में कथावाचक की पिटाई पर बवाल, सड़क पर उतरा यादव समाज, हाईवे जाम,
पथराव और गिरफ्तारी के बीच गरमाया माहौल
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: इटावा जिले के दादरपुर गांव में कथावाचक की पिटाई के मामले ने गुरुवार को बड़ा रूप ले लिया। यादव समाज और अहीर रेजिमेंट से जुड़े करीब दो हजार लोगों ने इटावा में जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कथावाचक मुकुट मणि सिंह यादव और उनके दो साथियों के साथ 22 जून को हुई मारपीट की घटना को लेकर किया गया था। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस थाने को घेरा और फिर आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को 12 थानों की फोर्स बुलानी पड़ी और अफरा-तफरी के बीच पथराव व गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई हुई।
मुकुट मणि सिंह बोले- सिर्फ यादव होने पर झेले अपमान
कथावाचक मुकुट मणि सिंह का आरोप है कि 22 जून को दादरपुर गांव में ब्राह्मण समाज के लोगों ने उनकी जाति पूछकर पहले उन्हें धमकाया और फिर मारपीट की। उनके सिर के बाल काट दिए गए, चोटी काट दी गई, और साथियों को भी बुरी तरह पीटा गया। एक महिला को तो पैर पर नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया। हारमोनियम तोड़ दिया गया इसके साथ ही अपमानजनक व्यवहार किया गया।
अखिलेश ने कथावाचकों को लखनऊ बुलाकर किया था सम्मानित
घटना के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कथावाचकों को लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया। उन्हें हारमोनियम और ढोलक भेंट किए, 51-51 हजार रुपए की मदद की घोषणा की और 21-21 हजार मौके पर दिए। अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रभुत्ववादी ताकतें अब हदें पार कर रही हैं। उन्होंने सरकार को "हार्टलेस" बताया और सवाल उठाया कि ऐसी ताकतों को शक्ति कहां से मिल रही है।
गगन यादव की गिरफ्तारी के बाद इटावा में बवाल
गुरुवार को प्रदर्शन और गिरफ्तारियों का दौर शुरू हुआ, जब यादव संगठन के गगन यादव को गिरफ्तार किया गया। गगन ने 26 जून को इटावा में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में समर्थक सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने थाना घेरा और फिर दादरपुर गांव के बाहर हाईवे पर जाम लगा दिया। जब पुलिस ने भीड़ को समझाने की कोशिश की, तो झड़प हो गई। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया, जिसमें एक गाड़ी का शीशा टूट गया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने 12 थानों की फोर्स बुलाई और सीओ भरथना ने खुद मोर्चा संभालते हुए पिस्टल निकालकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।
पुलिस ने फायरिंग से किया इनकार
अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने कोई फायरिंग नहीं की है। पथराव में कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ, लेकिन 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पहाड़पुरा, उरेंग, नौधना और दादरपुर समेत चार गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जहां पुलिस को प्रदर्शनकारियों के छिपे होने का शक है।
फर्जी आधार केस में हिरासत में कथावाचक के दो साथी
इस पूरे मामले में कथावाचक के दो साथियों को फर्जी आधार कार्ड बनवाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है, जिसे लेकर भी यादव समाज नाराज है और कार्रवाई वापस लेने की मांग कर रहा है। सपा सांसद जितेंद्र दोहरे ने इस मुद्दे को संसद में उठाने की बात कही है अगर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई नहीं की। इटावा में यह मामला अब जातीय तनाव और राजनीतिक गरमाहट का रूप ले चुका है, जिसकी गूंज लखनऊ से लेकर संसद तक सुनाई दे रही है।