कोडीन कफ सिरप तस्करी पर ताबड़तोड़ कार्रवाई,
ईडी ने 25 ठिकानों पर मारे छापे
3 days ago
Written By: Aniket Prajapati
देशभर में कोडीनयुक्त कफ सिरप की तस्करी के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इस बड़े सिंडिकेट से जुड़े नए और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। इस अवैध नेटवर्क का मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल अब भी पुलिस और एसटीएफ की पकड़ से बाहर है, जबकि उसके पिता भोला जायसवाल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर सहित देशभर में लगभग 25 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की, जिससे पूरे नेटवर्क में हलचल मच गई है।
ईडी की देशभर में 25 ठिकानों पर छापेमारी
शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे ईडी की टीमों ने लखनऊ, वाराणसी, सहारनपुर, जौनपुर, रांची और अहमदाबाद में ताबड़तोड़ छापेमारी की। यह कार्रवाई एक साथ की गई, जिससे तस्करी के पूरे नेटवर्क को झटका लगा है। लखनऊ में ईडी का ध्यान सबसे ज्यादा आलोक सिंह की आलीशान कोठी पर रहा। आलोक सिंह एसटीएफ का बर्खास्त सिपाही है और पूर्व सांसद धनंजय सिंह का करीबी माना जाता है। ईडी की टीम कोठी में घुसी और अलमारियों व कमरों की तलाशी लेकर कई दस्तावेज, फाइलें और मोबाइल जब्त किए गए।
धनंजय सिंह के बयान के बाद बढ़ी कार्रवाई
गुरुवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने स्वीकार किया था कि वह आलोक सिंह को बचपन से जानते हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा था। उसी के अगले दिन ईडी ने आलोक सिंह के घर समेत 25 जगह छापेमारी कर पूरे नेटवर्क की कड़ियां खंगालनी शुरू कर दीं। लखनऊ में एलडीए कॉलोनी, ट्रांसपोर्ट नगर और सरोजनी नगर में भी छापे पड़े।
विदेशों तक फैला कफ सिरप का अवैध कारोबार
जांच में सामने आया है कि यह नशीली कफ सिरप सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि नेपाल, बांग्लादेश और अन्य देशों में भी भेजी जाती थी। यही कारण है कि इस नेटवर्क की जांच में यूपी पुलिस, एसटीएफ, एसआईटी और ईडी समेत कई एजेंसियां एक साथ जुटी हैं। इस बीच, आलोक सिंह और उसके साथी अमित सिंह टाटा की 55 घंटे की पुलिस रिमांड 14 दिसंबर तक मंजूर कर ली गई है। दोनों लखनऊ जेल में बंद हैं।
मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल अब भी फरार
इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल अब तक पुलिस की पकड़ से दूर है। दावा किया जा रहा है कि वह दुबई भाग चुका है। हालांकि, कुछ दिन पहले उसके पिता भोला जायसवाल को पुलिस ने कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। अब तक आलोक सिंह, अमित टाटा समेत लगभग 32 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सहारनपुर के शास्त्री नगर और कपिल विहार में भी ईडी ने छापेमारी की है। इसके अलावा एबॉट हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विभोर राणा और उसके भाई विशाल के ठिकानों पर भी छापे पड़े। दोनों पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।