छांगुर बाबा के 14 ठिकानों पर ED की रेड,
100 करोड़ की फंडिंग की जांच शुरू
9 days ago
Written By: STATE DESK
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के कथित मास्टरमाइंड छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह बड़ी कार्रवाई की है। यहां ED द्वारा बलरामपुर के 12 ठिकानों और मुंबई के 2 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। यह कार्रवाई 100 करोड़ रुपये की संदिग्ध विदेशी फंडिंग और हवाला नेटवर्क से जुड़े मामले में की जा रही है।
एटीएस से मिले इनपुट के बाद ईडी की कार्रवाई
मिली जानकारी के मुताबिक, UP ATS को छांगुर बाबा और उसके नेटवर्क के हवाला लेनदेन, संदिग्ध बैंक ट्रांजैक्शन और विदेशी फंडिंग के स्पष्ट सुराग मिले थे। ATS ने इन दस्तावेजों को ED को सौंपा, जिसके आधार पर यह एक्शन लिया गया।
68 करोड़ के ट्रांजैक्शन और विदेशी फंडिंग के सुराग
सूत्रों के मुताबिक, गिरोह से जुड़े 30 में से 18 बैंक खातों में अब तक लगभग 68 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन दर्ज हुआ है। सिर्फ तीन महीनों में करीब 7 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग की गई, जो हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग चैनलों के जरिए भारत आई।
आतंकी नेटवर्क से कनेक्शन की भी आशंका
ईडी को जांच में ऐसे दस्तावेज हाथ लगे हैं जिनसे गिरोह की आतंकी गतिविधियों से जुड़ी संभावनाएं सामने आई हैं।
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एक अज्ञात स्थान पर स्थित इमारत को आतंकी ट्रेनिंग कैंप के तौर पर इस्तेमाल किए जाने के सबूत मिले हैं।
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विदेशी फंडिंग से खरीदे गए बंगले, शोरूम और लग्जरी गाड़ियां, जिनमें फॉर्च्यूनर जैसी महंगी गाड़ियां शामिल हैं।
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दरगाह पर लगने वाले सालाना उर्स मेले को धर्मांतरण के मंच के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
मुंबई में शहजादा के ठिकाने पर छापेमारी
वहीं मुंबई में छांगुर बाबा के करीबी शहजादा के बांद्रा स्थित ठिकाने पर भी छापा पड़ा है। जांच में सामने आया कि शहजादा के खाते में बलरामपुर निवासी नवीन के जरिए 2 करोड़ रुपये की संदिग्ध राशि ट्रांसफर की गई थी। ED को शक है कि यह रकम भी धर्मांतरण नेटवर्क की हवाला फंडिंग का हिस्सा है।
बलरामपुर में दुर्गेश के घर भी रेड
वहीं बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में स्थित छांगुर बाबा के कई ठिकानों पर ईडी की टीमें तड़के लखनऊ से पहुंचीं। आसिपिया, हाशमी हुसैनी कलेक्शन, बाबा ताजुद्दीन कलेक्शन, मधुपुर गांव और रेहरा माफी गांव में छापेमारी जारी है। बाबा के करीबी दुर्गेश के घर पर भी रेड की गई है, जिसने छांगुर को अवैध रूप से जमीनें बेची थीं। उन्हीं में से 3 बीघा जमीन पर एक आलीशान इमारत बन रही थी, जिसमें डिग्री कॉलेज खोलने की योजना थी।
फर्जी दस्तावेजों और नाम बदलकर बनाए गए बैंक खाते
ED की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि छांगुर नेटवर्क के सदस्य नीतू (नसरीन) और नवीन (जमालुद्दीन) ने फर्जी दस्तावेजों और नामों से बैंक खाते खोले। चेन्नई निवासी नीतू ने धर्म परिवर्तन के बाद भी अपने आधार, पासपोर्ट और बैंक खातों में पुराना नाम इस्तेमाल किया।
देश-विदेश में फैला बैंक नेटवर्क
वहीं एजेंसियों को छांगुर बाबा से जुड़ी कंपनियों और ट्रस्ट जैसे — अस्वी इंटरप्राइजेज, अस्वी चैरिटेबल ट्रस्ट, बाबा ताज्जुद्दीन अस्वी बुटीक — के नाम पर भी करोड़ों रुपये के लेनदेन वाले 8 बैंक खातों का पता चला है। इसके अलावा UAE, दुबई और शारजाह से भी एक्सिस बैंक, SBI, HDFC, एमिरेट्स NBD, फेडरल बैंक और अल अंसारी एक्सचेंज के माध्यम से फंड भारत भेजे गए थे।