दिव्यांग राजू की अनोखी शिव भक्ति,
10 वर्षों से कांवड़ियों को पिला रहे हैं मुफ्त चाय
8 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
कहते हैं कि यदि दिल में सच्ची श्रद्धा और सेवा का भाव हो, तो इंसान किसी भी परिस्थिति में दूसरों की मदद कर सकता है। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली के रहने वाले राजू इस कथन की मिसाल बन चुके हैं। एक दिव्यांग होते हुए भी राजू बीते 10 वर्षों से सावन के महीने में कांवड़ यात्रा पर निकले शिव भक्तों को निःशुल्क चाय पिलाकर उनकी थकान मिटा रहे हैं।
3 किलोमीटर का रोज़ाना सफर, केवल सेवा के लिए
राजू शामली के कस्बा बनत से लेकर हनुमान धाम तक करीब 3 किलोमीटर रोज़ सफर तय करते हैं। उनके पास एक इलेक्ट्रिक साइकिल है, जिस पर वह चाय की केतली और गिलास रखकर कांवड़ मार्ग पर चलते शिवभक्तों को रोक-रोक कर मुफ़्त में चाय पिलाते हैं। वह न शिविर लगाते हैं, न किसी बड़े तामझाम के साथ सेवा करते हैं, उनका उद्देश्य सिर्फ भोलेनाथ के भक्तों की सेवा करना है।
राजू की प्रेरणा: एक यात्रा, जिसने बदल दी ज़िंदगी
राजू ने बताया कि, लगभग एक दशक पहले वह खुद कांवड़ लेने गए थे। वापसी में उन्होंने देखा कि किस तरह कई लोग रास्ते में शिवभक्तों की सेवा कर रहे हैं। उसी क्षण उन्होंने संकल्प लिया कि वह भी आने वाले वर्षों में ऐसा ही कुछ करेंगे। तभी से यह सेवा-यात्रा शुरू हुई, जो अब 10 सालों से लगातार जारी है।
दूध और मेहनत से चल रही है सेवा
राजू का कहना है कि वह रोजाना 10 से 12 लीटर दूध चाय बनाने में इस्तेमाल करते हैं। पेशे से वह एक इलेक्ट्रीशियन हैं और अपने सीमित संसाधनों के बावजूद इस सेवा को निभा रहे हैं। न वे किसी से चंदा लेते हैं, न ही मदद मांगते हैं। उनका कहना है – "भोले की सेवा कर रहा हूँ, वही सहारा है।"
शिवभक्त और स्थानीय लोग करते हैं तारीफ
कांवड़ यात्रा में भाग ले रहे भक्त राजू के इस सेवा भाव की सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है कि जहां बड़े-बड़े आयोजन में सेवा दिखावे के लिए की जाती है, वहीं राजू दिल से सेवा कर रहे हैं। दिव्यांग होने के बावजूद जिस जज़्बे से वह लोगों की मदद कर रहे हैं, वह समाज के लिए प्रेरणा है।