रायबरेली में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का तीखा बयान, कहा– सांसद की मां के माथे पर कभी सिंदूर नहीं देखा,
ऐसे लोग क्या जानें भारतीय संस्कृति और सिंदूर का महत्व
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: रायबरेली से एक राजनीतिक बयान चर्चा में है, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाने वालों पर तीखा हमला बोला है। रायबरेली के जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि जिन लोगों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से लगाव नहीं है, वही लोग इस तरह के अभियानों पर सवाल उठाते हैं। मंत्री ने सीधे रायबरेली की सांसद और उनकी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी सांसद की मां के माथे पर सिंदूर नहीं देखा, इसलिए उन्हें इसकी अहमियत का अंदाजा नहीं है।
सिंदूर का महत्व नहीं जानती विपक्षी पार्टी
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि चुटकी भर सिंदूर की कीमत हर भारतीय समझता है, लेकिन रायबरेली की सांसद और उनकी पार्टी के लोग इस भावना से अनजान हैं। उन्होंने कहा कि यही लोग भारतीय संस्कृति, परंपरा और आस्था का मजाक उड़ाते हैं और ऑपरेशन सिंदूर जैसे कार्यक्रमों की आलोचना करते हैं। मंत्री के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 11 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया था। इसमें मंत्री ने मोदी सरकार के कार्यकाल को ऐतिहासिक और जनकल्याणकारी बताया। उन्होंने कहा कि सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के तहत शुरू की गई योजनाएं अब देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। रेलवे, हाईवे, इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है, जिससे भारत अब एक समृद्ध और आत्मनिर्भर राष्ट्र बन रहा है। साथ ही दिनेश सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अब भारतीय परंपराओं की समझ नहीं रही और इसी वजह से वे जनता को गुमराह करने वाले बयान दे रहे हैं। कार्यक्रम में उन्होंने मोदी सरकार की 15 बड़ी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए जनता को उनके लाभ भी बताए।
दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस से शुरू की थी सियासत
राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो दिनेश प्रताप सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की थी। वे 2010 और 2016 में एमएलसी बने और 2018 में भाजपा में शामिल हो गए। 2019 में उन्होंने रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। वर्तमान में वह योगी सरकार में मंत्री हैं और उद्यान व कृषि विभाग का स्वतंत्र प्रभार संभाल रहे हैं।
दिनेश सिंह रायबरेली में भाजपा के चेहरे बनकर उभरे
उनका परिवार भी लंबे समय से रायबरेली की राजनीति में सक्रिय है। उनके भाई अवधेश प्रताप सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष रहे हैं और दूसरे भाई राकेश सिंह विधायक रह चुके हैं। खुद दिनेश सिंह भी पहले गांधी परिवार के साथ चुनावी रणनीति बनाने का काम करते रहे हैं। अब वह भाजपा के एक मजबूत नेता के रूप में उभरे हैं और रायबरेली की राजनीति में उनका दबदबा लगातार बढ़ रहा है।