गोरखपुर में जनता दरबार के दौरान पंखुड़ी की पुकार पर भावुक हुए सीएम योगी,
कहा- बेटी की पढ़ाई नहीं रुकेगी
25 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
CM Yogi Adityanath: गोरखपुर के गोरक्षनाथ मंदिर में मंगलवार को आयोजित जनता दरबार एक भावनात्मक क्षण का गवाह बना, जब कक्षा 7 में पढ़ने वाली छात्रा पंखुड़ी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी पढ़ाई से जुड़ी परेशानी रखी। उसने कहा कि महाराज जी, मैं पढ़ना चाहती हूं लेकिन स्कूल की फीस नहीं दे पा रही। मेरे पापा दिव्यांग हैं और मम्मी एक दुकान पर काम करती हैं। कृपया मेरी मदद कीजिए। इस मासूम सी बात ने मुख्यमंत्री को भी भावुक कर दिया।
आर्थिक तंगी ने रोकी बच्ची की पढ़ाई
सीएम योगी इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर में हैं। मंगलवार को जब उन्होंने गोरक्षनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया, तो पंखुड़ी अपनी मां के साथ वहां पहुंची। वह गोरखपुर के पुरदिलपुर इलाके की रहने वाली है। पिता राजीव त्रिपाठी दिव्यांग हैं और मां मीनाक्षी मेहनत करके परिवार चला रही हैं। पंखुड़ी और उसका भाई इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ते हैं, लेकिन बीते कुछ समय से आर्थिक तंगी के चलते फीस जमा नहीं हो सकी, जिस कारण पंखुड़ी स्कूल नहीं जा पा रही थी।
पढ़ाई जारी रखने का दिया भरोसा
बता दें कि जब पंखुड़ी ने मुख्यमंत्री से अपनी समस्या बताई तो उन्होंने बेहद आत्मीयता से बच्ची की बात सुनी और उसका सिर सहलाया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि या तो स्कूल से छात्रा की फीस माफ करवाई जाए, और यदि ऐसा नहीं हो सके तो सरकार खुद उसकी पढ़ाई का पूरा खर्च वहन करेगी। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी हालत में बच्ची की पढ़ाई नहीं रुकनी चाहिए। इस मदद से पंखुड़ी इतनी खुश हुई कि उसने मुख्यमंत्री से साथ में एक फोटो खिंचवाने की इच्छा जताई। योगी ने भी मुस्कुराते हुए उसकी बात मानी और बच्ची के साथ फोटो खिंचवाई। पंखुड़ी ने कहा कि महाराज जी जैसा कोई नहीं है।
जनता दरबार में 100 से ज्यादा लोगों ने रखीं अपनी समस्याएं
जनता दरबार में कुल 100 से ज्यादा लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे, जिनमें इलाज, आवास, पेंशन, छात्रवृत्ति और आर्थिक सहायता से जुड़ी शिकायतें प्रमुख थीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी शिकायतों पर संवेदनशीलता और तत्परता से कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का त्वरित समाधान ही सरकार की प्राथमिकता है।
मुरादाबाद की 5 साल की बच्ची की पढ़ाई का उठाया था जिम्मा
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी ने 23 जून को लखनऊ में जनता दरबार में मुरादाबाद की 5 वर्षीय बच्ची वाची की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाई थी। उन्होंने तत्काल गृह सचिव को निर्देश देकर बच्ची का नामांकन मुरादाबाद के एक प्रतिष्ठित स्कूल में करवाया था। जनता दरबार में इस तरह की मानवीय पहल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रदेश सरकार जरूरतमंदों की आवाज सुनने और समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध है।