भाई दूज के दिन पटाखों के विरोध पर बवाल, महिला को घसीटा, पीटा और दी बलात्कार की धमकी,
पुलिस बनी रही मूकदर्शक
3 days ago Written By: Aniket Prajapati
भाई दूज की रात एक 38 वर्षीय महिला के लिए खौफनाक सपने जैसी बन गई। तेज पटाखों के विरोध में आवाज उठाना उसे इतना महंगा पड़ा कि कुछ लोगों ने न सिर्फ उसके साथ मारपीट की बल्कि घसीटते हुए छेड़छाड़ की और बलात्कार की धमकी भी दी। यह दिल दहला देने वाली घटना 23 अक्टूबर की रात करीब 11:30 बजे की है।
विरोध करने पर बरपा कहर महिला अपने पति के साथ अपार्टमेंट के बाहर खड़ी थी। तभी कुछ युवक जश्न में खतरनाक पटाखे फोड़ रहे थे। अचानक एक चॉकलेट बम कुछ फीट की दूरी पर फटा, जिससे महिला घबरा गई। उसने बस इतना कहा कि “कृपया सावधानी बरतें, दूसरों को नुकसान न पहुंचाएं।” पर इतना कहना ही हमलावरों को नागवार गुजरा। उन्होंने महिला से जबरन “सॉरी” बोलने को कहा। जब महिला ने मना किया तो वे भड़क उठे और उसके पीछे पड़ गए।
घर में घुसे और किया हमला महिला और उसका पति तीसरी मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट की ओर भागे, लेकिन कुछ ही पलों में हमलावर भी ऊपर पहुंच गए। उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया और महिला को बालों से पकड़कर बाहर घसीट लिया। सीढ़ियों से धक्का देकर गिराया और घसीटते हुए नीचे ग्राउंड फ्लोर तक ले गए। महिला ने बताया, “कुछ लोग जिन्हें मैं पहचानती हूं, उन्होंने मेरे कपड़े पकड़ लिए और बदतमीजी की। मुझे रेप की धमकी दी और कहा कि अगर वे चाहें तो मुझे कोई नहीं बचा सकता।” महिला का किशोर बेटा बीच-बचाव करने आया, लेकिन उसे भी धक्का देकर गिरा दिया गया।
अस्पताल तक पीछा करते रहे आरोपी हमले के बाद महिला और उसके पति किसी तरह अस्पताल पहुंचे। लेकिन वहां भी राहत नहीं मिली वही आरोपी अस्पताल के बाहर इंतज़ार कर रहे थे। उन्होंने धमकी दी कि अगर एफआईआर की तो अंजाम बुरा होगा। पीड़िता ने बताया, “पुलिस सब कुछ देख रही थी, पर किसी ने उन लोगों को रोका नहीं। बस समझाने की कोशिश करते रहे।”जब महिला ने पूछा कि पुलिस की मौजूदगी में कोई उन्हें धमकी कैसे दे सकता है, तब एक अधिकारी आरोपियों को शांत कराने गया। इसके बाद पीड़िता को दूसरे अस्पताल रेफर किया गया, जहां फिर वही लोग बाहर इंतजार कर रहे थे। हालांकि इस बार पुलिस की सुरक्षा में वे महिला तक नहीं पहुंच पाए।
परिवार में दहशत, बेटा सदमे में महिला ने बताया कि उसका बेटा अब भी सदमे में है। परिवार को समझ नहीं आ रहा कि वे अब इस इलाके में कैसे रहेंगे। “हम तो बस सावधानी की बात कह रहे थे, लेकिन उसकी इतनी बड़ी सजा मिलेगी, ये कभी नहीं सोचा था,” महिला ने कांपती आवाज़ में कहा।
पुलिस पर भी उठे सवाल घटना के बाद लोगों में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। जिस वक्त आरोपी अस्पताल में खुलेआम धमकियां दे रहे थे, उस वक्त पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यह मामला अब समाज में महिलाओं की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़ा कर रहा है।