बस्ती में बाढ़ बचाव कार्यों में लापरवाही पर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह नाराज़,
अधिशासी अभियंता का वेतन रोका
1 months ago
Written By: STATE DESK
बस्ती: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बस्ती जिले में चल रहे बाढ़ बचाव कार्यों का निरीक्षण किया और वहां की तैयारियों का मौके पर जाकर गहन जायज़ा लिया। इस दौरान कार्यों में मिली गंभीर अनियमितताओं पर उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को फटकार लगाई और सख्त निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान स्थानीय विधायक दूधराम भी मौजूद रहे और उन्होंने मंत्री को बाढ़ से बचाव के लिए चल रहे कामों की जानकारी दी। साथ हे काम में कमी पाए जाने पर एक अधिकारी के वेतन रोकने के निर्देश भी दिए।
33 करोड़ की लागत से बन रहे ठोकर और स्पर
मंत्री ने इस दौरान कलवारी-रामपुर तटबंध के पास चल रहे निर्माण कार्य का मुआयना भी किया। यह कार्य सरयू नदी की कटान को रोकने के लिए किया जा रहा है, जिसमें 33 करोड़ रुपये की लागत से 26 छोटे ठोकर और 4 स्पर बनाए जा रहे हैं। लेकिन निरीक्षण के दौरान मंत्री को यह देखकर निराशा हुई कि जाली में छोटे-छोटे बोल्डर भरे जा रहे थे और उसमें खाली जगहें छोड़ी गई थीं, जो कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। उन्होंने कहा कि तेज बहाव वाली नदी के सामने ऐसा लापरवाह निर्माण पूरी योजना को विफल कर सकता है।
अधीक्षण अभियंता को फटकार, अधिशासी अभियंता का वेतन रोका
जिसके बाद कार्य की गंभीर खामियों को देखते हुए मंत्री ने अधीक्षण अभियंता को सख्त लहजे में फटकार लगाई और मौके पर मौजूद अधिशासी अभियंता का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दे दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्य में उपयोग हो रहे हर बोल्डर का वजन कम से कम 50 किलोग्राम होना चाहिए। मंत्री ने यह चेतावनी भी दी है कि, बाढ़ बचाव जैसे संवेदनशील कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि आगे भी ऐसा पाया गया, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
30 जून तक कार्य पूरा करने का अल्टीमेटम
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सभी अधिकारियों को 30 जून तक सभी बाढ़ सुरक्षा कार्यों को हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून शुरू होने से पहले सभी आवश्यक तैयारियां पूरी होनी चाहिए ताकि सरयू नदी की बाढ़ से लोगों और उनकी संपत्ति को सुरक्षित किया जा सके।