तीन बिहारियों ने बसाया पूरा गांव, यूपी के बहराइच में अब 2500 की आबादी,
राशन से बिजली तक हर सुविधा दे रही योगी सरकार
8 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में एक ऐसा गांव है जिसकी कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं लगती। आज यहां 2500 लोग रहते हैं और करीब 1500 वोटर हर चुनाव में अपने मत का प्रयोग करते हैं, लेकिन इस गांव की नींव सिर्फ तीन लोगों ने रखी थी। ये तीनों लोग मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे, जो 1953 में यूपी आए थे। उन्होंने देखा कि यहां सरकार भूमिहीनों को रहने और खेती के लिए जमीन का पट्टा दे रही है। उन्होंने न सिर्फ जमीन ली, बल्कि अपने-अपने रिश्तेदारों को भी बुलाया। धीरे-धीरे एक पूरा गांव बस गया, जिसका नाम है करमोहना।
तीन लोगों से शुरू हुआ था गांव
बहराइच जिले की मोतीपुर तहसील के अंतर्गत आने वाला करमोहना गांव, आज पूरी तरह से आबाद है। 1953 में बिहार के बक्सर जिले से आए रामगिरि सिंह, रामदेवी सिंह और रमाशंकर सिंह ने सरकारी विज्ञापन देखकर यहां आकर बसने का फैसला लिया। उस समय सरकार अखबारों में विज्ञापन देकर भूमिहीनों को जमीन देने की योजना चला रही थी। इन तीनों ने मौके का फायदा उठाया और पहले खुद आए, फिर अपने रिश्तेदारों को बुलाया।
झाड़ियों और बाढ़ के बीच शुरू हुई जिंदगी
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि जब वे यहां आए थे, तो चारों ओर झाड़ियां थीं, जंगली जानवरों का खतरा था और बाढ़ भी परेशान करती थी। लेकिन उन्होंने मेहनत की, झाड़ियां साफ कीं, खेती लायक जमीन तैयार की और सब्जियां उगाना शुरू किया। अब उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना, सरकारी स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे सुविधाएं मिल रही हैं।
बाढ़ अब भी बनी है चुनौती
हालांकि करमोहना गांव आज भी बाढ़ क्षेत्र में आता है, जिससे सड़कों की हालत खराब रहती है। लेकिन गांव के लोग अब इस क्षेत्र में चुनावों में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। करीब 1500 वोटर्स वाली यह आबादी अब किसी भी पार्टी के लिए अहम मानी जाती है। बिहार से आए इन परिवारों की मेहनत और एकजुटता ने करमोहना को एक मिसाल बना दिया है।