एक कार के लिए बेटी पर हुआ ज़ुल्म, भूखा रखा, करंट लगाया, गर्भपात कराया...
मनीषा के पिता ने सुनाई हैवानियत की पूरी कहानी
8 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर दहेज प्रथा की क्रूर सच्चाई को उजागर कर दिया है। रठौड़ा गांव की रहने वाली 24 वर्षीय मनीषा ने पति और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मनीषा की शादी पिछले साल नोएडा के कुंदन सिंह से हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही दहेज को लेकर उसे लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
शादी के बाद खुला ससुराल वालों का असली चेहरा
मनीषा के पिता तेजवीर सिंह, जो एमसीडी गाजियाबाद में कर्मचारी हैं, ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी में करीब 20 लाख रुपये खर्च किए थे और दहेज में बुलेट बाइक भी दी थी। लेकिन कुंदन सिंह और उसका परिवार इससे संतुष्ट नहीं था। वे बार-बार कार की मांग कर रहे थे। जब मनीषा यह नहीं ला सकी तो शादी के दो महीने बाद से ही उसके साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार शुरू हो गया।
भूखा रखा गया करंट लगाया गया फिर भी सहती रही बेटी
तेजवीर सिंह का कहना है कि मनीषा को कई दिनों तक भूखा रखा गया और करंट लगाकर मारने की भी कोशिश की गई। एक साल पहले वह मनीषा को अपने घर वापस ले आए थे, लेकिन ससुराल पक्ष का दबाव लगातार बना रहा। 13 जुलाई को मनीषा का पति करीब 40 लोगों के साथ पंचायत करने आया और तलाक के कागजों पर जबरन साइन कराने की कोशिश की गई। तंग आकर मनीषा ने मंगलवार की शाम को जहरीला पदार्थ खा लिया और अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मरने से पहले उसने अपने हाथ-पैर पर प्रेस नोट लिखकर अपने पति को जिम्मेदार ठहराया।
मामला दर्ज न्याय की मांग
तेजवीर सिंह की शिकायत पर कुंदन सिंह, उसके पिता और दो देवरों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मनीषा की मौत ने समाज को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या सच में दहेज प्रथा खत्म हो गई है