बागपत में आशा कार्यकर्ता की बेरहमी से हत्या,
प्लास्टिक के बोरे में मिला अर्धनग्न शव
5 days ago
Written By: State Desk
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के राजपुर खामपुर गांव में 45 वर्षीय आशा कार्यकर्ता की बेरहमी से हत्या कर दी गई। महिला का अर्धनग्न शव कोताना रोड पर एक निर्माणाधीन मकान में प्लास्टिक के बोरे में बंद मिला। घटना ने न सिर्फ इलाके में सनसनी फैला दी है, बल्कि ग्रामीणों में आक्रोश और भय का माहौल पैदा कर दिया है।
गैंग रेप के बाद हत्या के आरोप
वहीं मामले में मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि महिला के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या की गई है। हालांकि पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से बलात्कार की पुष्टि से इनकार किया है। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी भूपेंद्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे मिला शव ?
पुलिस के मुताबिक, रविवार की सुबह करीब 9 बजे आशा कार्यकर्ता बागपत सीएचसी जाने के लिए अपने घर से निकली थी। दोपहर करीब 2:30 बजे उसने अपने परिवार को फोन कर जानकारी दी कि वह बड़ौत में अपने मौसेरे देवर भूपेंद्र से उधार लिए पैसे लेने जा रही है। शाम तक जब वह वापस नहीं लौटी और उसका फोन भी स्विच ऑफ हो गया, तो परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी। जिसके बाद देर शाम मृतका का बेटा कोताना रोड स्थित भूपेंद्र के निर्माणाधीन मकान पर पहुँचा। जब उसने खिड़की से झाँक कर देखा, तो एक प्लास्टिक के बोरे से बाहर निकले हुए पैर नज़र आए। उसने तुरंत ताला तोड़ा और अंदर जाकर देखा तो उसकी मां का अर्धनग्न शव प्लास्टिक के बोरे में मिला। मौके से शराब की बोतलें और अन्य संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद हुईं।
आरोपी के खिलाफ केस दर्ज, गिरफ्तारी की कोशिश
वहीं इस मामले में बड़ौत कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार चहल ने पत्रकारों को बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और प्रारंभिक रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। मृतका के पति की शिकायत पर भूपेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। भूपेंद्र शामली जिले के टिटौली गांव का रहने वाला है और किनौनी चीनी मिल में तौल लिपिक के पद पर कार्यरत है। वहीं पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी हैं। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से अहम साक्ष्य भी जुटा लिए हैं। अधिकारियों के मुताबिक जांच हर संभावित कोण से की जा रही है।
परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश
वहीं मृतका के परिजनों ने भूपेंद्र सहित अन्य अज्ञात लोगों पर गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि महिला को बहला-फुसलाकर बुलाया गया और फिर उसके साथ हैवानियत की गई। गांव में इस घटना को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। ग्रामीणों ने दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है। फिलहाल, पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और गांव में एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सवाल यह भी उठ रहा है कि एक आशा कार्यकर्ता जो लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए काम करती थी, उसके साथ इतनी क्रूरता क्यों की गई?