वृंदावन में बागेश्वर धाम की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का भव्य समापन,
दिल्ली से कश्मीर तक नई पदयात्रा का ऐलान
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के वृंदावन में बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 10 दिवसीय सनातन हिंदू एकता पदयात्रा आज भव्य रूप से संपन्न हो गई। 7 से 16 नवंबर तक चली इस पदयात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गुज़रती यह यात्रा हर दिन बढ़ते जनसैलाब के साथ आगे बढ़ी और अंतिम दिन वृंदावन में इसका ऐतिहासिक समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य की उपस्थिति ने माहौल को और अधिक उत्साहपूर्ण बना दिया। मंच से उन्होंने कई बड़े ऐलान कर दिए, जिनमें सबसे प्रमुख था दिल्ली से कश्मीर तक हिंदू एकता पदयात्रा।
दिल्ली से कश्मीर तक नई पदयात्रा समापन कार्यक्रम के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि बहुत जल्द दिल्ली से कश्मीर तक विशाल हिंदू एकता यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने मंच से कहा, हिंदू जाग गया है… अब ओम शांति नहीं, ओम क्रांति क्रांति क्रांति का समय है।उन्होंने यह भी कहा कि हर हिंदू कन्या को झांसी की रानी बनना चाहिए और आने वाले समय में यात्रा में वे स्वयं पूरी तरह मौजूद रहेंगे।
जनसंख्या बढ़ाने की अपील रामभद्राचार्य ने हिंदुओं को अपनी जनसंख्या वृद्धि के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि भारत में जब तक हिंदुओं की संख्या 80% नहीं होगी, तब तक आतंकवाद पूरी तरह खत्म नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, हर हिंदू को कम से कम तीन बच्चे पैदा करने चाहिए।इसके साथ ही उन्होंने सरकार से समान नागरिक संहिता (UCC) जल्द लागू करने के लिए दबाव बनाने की बात कही।
लाल किला विस्फोट का जिक्र दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को जल्द ही इसका उचित प्रसाद मिलेगा। उन्होंने कहा कि माफी का दौर खत्म हो चुका है और अब अधर्मियों को दंड मिलना चाहिए।
10 दिनों की यात्रा में लाखों श्रद्धालु पैदल चले यह पदयात्रा 7 से 16 नवंबर तक चली, जो तीन राज्यों दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से होकर निकली। पूरे सफर में लाखों सनातन श्रद्धालु बाबा बागेश्वर के साथ पैदल चलते रहे। यात्रा के अंतिम दिन वृंदावन में पहुंचे श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर था।
वृंदावन में भव्य समापन समापन समारोह के दौरान आरती, रुद्राभिषेक, कीर्तन और भजन संध्या का आयोजन हुआ। ब्रजवासी, साधु-संत, महिलाएं और युवा भारी संख्या में शामिल हुए। बाबा बागेश्वर ने कहा, यह सिर्फ यात्रा नहीं थी, यह समाज जागरण का अभियान था। सनातन को एकजुट करने की शक्ति आपने दिखाई है।