धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा का खुला राज,
एटीएस की जांच में हुए दो बड़े खुलासे
12 days ago
Written By: STATE DESK
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क का भंडाफोड़ होने के बाद जांच एजेंसियां एक्शन में आ गई हैं। इस पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर को लेकर यूपी एटीएस की जांच में अब दो बड़े खुलासे हुए हैं, जिससे छांगुर के माफियाई सपनों पर पानी फिर गया है। ये खुलासे छांगुर के बेटे महबूब और भतीजे सबरोज की भूमिका को लेकर हैं।
बेटा महबूब और भतीजा सबरोज जांच के घेरे में
सूत्रों के मुताबिक, छांगुर का सपना था कि उसका बेटा महबूब दुनिया का सबसे अमीर इंसान बने। इसी मंशा के साथ छांगुर ने धर्मांतरण के इस नेटवर्क को माफियाई अंदाज में फैलाया। वह हिंदू युवतियों को टारगेट करने की खतरनाक साजिश रच रहा था, जिसे उसका बेटा अंजाम दे रहा था। दूसरे बड़े खुलासे में पता चला है कि छांगुर ने अपने भतीजे सबरोज को आजमगढ़ में जिम्मेदारी दी थी कि वह चार लोगों की टीम बनाकर हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसाए। ये टीम योजनाबद्ध तरीके से लड़कियों से दोस्ती करती, फिर उन्हें धर्म बदलने के लिए मजबूर करती।
औरैया में मेराज बना ‘रुद्र’
जांच में ये भी सामने आया है कि औरैया में मेराज नाम के युवक को ‘रुद्र’ बनाकर एक हिंदू युवती के संपर्क में भेजा गया था। मेराज ने युवती से नज़दीकियां बढ़ाईं, उसका शोषण किया और फिर उसका वीडियो बनाकर उसे धमकाने लगा। इस तरह से पूरे नेटवर्क का मकसद केवल धर्मांतरण नहीं, बल्कि शोषण और दबाव बनाने का एक संगठित कारोबार था।
देश और विदेश तक फैला नेटवर्क
यूपी एटीएस के अनुसार, छांगुर का नेटवर्क सिर्फ भारत तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके तार विदेशों तक जुड़े हुए थे। एटीएस ने जब इस "प्रेमजाल रैकेट" की जांच शुरू की, तो कई परतें खुलती चली गईं। अब एजेंसी इस पूरे गिरोह की हर गतिविधि को गंभीरता से खंगाल रही है।
धर्मांतरण की आड़ में कारोबार और वर्चस्व की साजिश
छांगुर का असली उद्देश्य केवल धर्मांतरण नहीं था। वह इस पूरे रैकेट को एक संगठित कारोबार और वर्चस्व की साजिश के रूप में फैलाना चाहता था। लेकिन एटीएस की सतर्कता और कार्रवाई से उसकी सारी साजिशें नाकाम हो गईं और अब वह जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुका है।
जांच में जुटी एजेंसियां
जांच एजेंसियां अब छांगुर के नेटवर्क से जुड़े हर व्यक्ति, उसकी फंडिंग और संचालन के तरीकों की गहराई से पड़ताल कर रही हैं। एटीएस जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां कर सकती है।