अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के दौरान मिले प्राचीन अवशेष,
दो शेरों पर सवार देवी की मूर्ति ने खींचा ध्यान
1 months ago
Written By: STATE DESK
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में चल रहे राम मंदिर निर्माण कार्य के दौरान एक बार फिर इतिहास से जुड़ी एक अहम खोज सामने आई है। यहां कुबेर टीला मार्ग के निर्माण के दौरान खुदाई में हजारों वर्ष पुराने प्राचीन अवशेष मिले हैं, जिससे पुरातत्व प्रेमियों और विशेषज्ञों में उत्साह का माहौल है। इनमें सबसे खास बात है, दो शेरों पर सवार देवी की दुर्लभ मूर्ति, जिसे बेहद महत्वपूर्ण पुरातात्विक धरोहर माना जा रहा है।
चंपतराय ने जताई संवेदनशीलता
वहीं इसको लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय ने इस विषय को गंभीरता से लिया है और कहा है कि, "श्रीराम जन्मभूमि से संबंधित हर विषय, चाहे वह न्यायालय से जुड़ा हो या प्राप्त प्राचीन अवशेष, हमारा कर्तव्य है कि, हम उनका संरक्षण करें। यह आने वाली पीढ़ियों के लिए अमूल्य धरोहर हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि, जो भी प्राचीन सामग्री और पांडुलिपियां मिल रही हैं, उन्हें वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित किया जाएगा।
दुर्लभ मूर्ति ने खींचा ध्यान
विशेषज्ञों के अनुसार, दो शेरों पर सवार देवी की मूर्ति अब तक की खोजों में एक अनोखा उदाहरण है। इससे पहले इस तरह की कोई मूर्ति अयोध्या या अन्यत्र नहीं मिली थी। इतिहासकार इसे हिंदू संस्कृति और स्थापत्य कला का दुर्लभ नमूना मान रहे हैं, जिससे उस काल की धार्मिक संरचनाओं और जीवनशैली का अंदाजा लगाया जा सकता है।
संग्रहालय की योजना
बताया जा रहा है कि, इन अवशेषों के संरक्षण हेतु विशेषज्ञों और पुरातत्वविदों की टीम तैनात की गई है। उनके द्वारा इन मूर्तियों और अवशेषों का वैज्ञानिक परीक्षण किया जा रहा है, ताकि इनकी उम्र और ऐतिहासिक कालखंड का निर्धारण हो सके। इन दुर्लभ वस्तुओं को अयोध्या में प्रस्तावित संग्रहालय में रखा जाएगा ताकि श्रद्धालु और पर्यटक इनका दर्शन कर सकें और रामनगरी के इतिहास से जुड़ सकें।