AMU में तिलक लगाने पर प्रताड़ना ?
कर्मचारी नेता ने धार्मिक भेदभाव का लगाया आरोप
6 days ago
Written By: State Desk
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) एक बार फिर विवादों में घिर गई है। जेएन मेडिकल कॉलेज में कार्यरत कर्मचारी नेता पंडित आशीष शर्मा ने असिस्टेंट फाइनेंस ऑफिसर समीर मुर्सिल खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शर्मा का दावा है कि तिलक लगाने को लेकर उनके साथ धार्मिक भेदभाव किया जा रहा है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
तिलक पर आपत्ति और मानसिक उत्पीड़न का आरोप
पंडित आशीष शर्मा ने बताया है कि पिछले सात वर्षों से वे AMU में सेवाएं दे रहे हैं। उनके अनुसार, फाइनेंस ऑफिसर लगातार तिलक लगाने को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं। शर्मा के मुताबिक, समीर खान कहते हैं, "तुम तो नेता हो, काम कौन करेगा? तिलक लगाकर ऑफिस क्यों आते हो?" शर्मा का कहना है कि यह उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाता है।
पदोन्नति और वेतनवृद्धि में भी भेदभाव का आरोप
शर्मा ने दावा किया कि उन्हें तिलक लगाने और धार्मिक प्रतीकों को धारण करने की वजह से पदोन्नति और वेतनवृद्धि से वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि जहां अन्य अधिकारियों को व्यापारियों से मिलने की छूट है, वहीं उनके विभाग में इस पर रोक लगा दी गई है।
भाईचारे की मिसाल से लेकर उत्पीड़न तक
पंडित आशीष शर्मा ने कहा है कि उन्होंने लंबे समय से AMU में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को बढ़ावा दिया है, लेकिन अब वे खुद भेदभाव का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने भाजपा सांसद सतीश गौतम के पुराने बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि AMU में धार्मिक आधार पर भेदभाव एक सच्चाई है।
कड़ी चेतावनी और आंदोलन की घोषणा
शर्मा ने फाइनेंस ऑफिसर को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। उनका दावा है कि AMU में हिंदू कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है, जिसे वे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
AMU प्रशासन का जवाब
वहीं इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए AMU की कुलपति प्रो. नईमा खातून ने कहा कि यूनिवर्सिटी में 2000 से अधिक कर्मचारी हैं, जो विभिन्न धर्मों और समुदायों से आते हैं। उन्होंने माना कि "कभी-कभी मतभेद हो सकते हैं, लेकिन ऐसे आरोप सही नहीं हैं।" वीसी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन अभी तक फाइनेंस ऑफिसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।