बस्ती में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा खंडित, लिखा- जय समाजवाद,
दर्ज हुई FIR
1 months ago
Written By: STATE DESK
उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले के लालगंज थाना क्षेत्र के भरोहिया जोत गांव में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को अराजक तत्वों द्वारा खंडित किए जाने से इलाके में गहरा आक्रोश और तनाव फैल गया है। यह घटना सिर्फ एक मूर्ति तोड़ने की नहीं, बल्कि सोची-समझी सामाजिक विभाजन और जातीय हिंसा भड़काने की साजिश के तौर पर देखी जा रही है।
"जय समाजवाद" और अपशब्द लिखे कागज़ ने खोले साजिश के संकेत
वहीं, घटना स्थल से जो बात सबसे ज्यादा चिंता और बहस का विषय बनी है, वो है कि, वहां एक हाथ से लिखा कागज मिला है, जिस पर एक ओर जहां "जय समाजवाद" का नारा लिखा गया, वहीं दूसरी ओर दलित समाज के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। यह इशारा करता है कि, घटना के पीछे दलित और यादव समुदाय के बीच तनाव फैलाने की मंशा हो सकती है। "जय समाजवाद" नारा आमतौर पर समाजवादी पार्टी से जोड़ा जाता है, जो कि यादव वर्ग के समर्थन से जुड़ी रही है। ऐसे में ऐसा माना जा रहा है कि, जानबूझकर इस तरह के संदेश का प्रयोग कर, एक समुदाय विशेष को निशाना बनाकर वैमनस्य फैलाने की कोशिश की गई है।
स्थानीय लोग और दलित समाज में आक्रोश
जिसके बाद, जब ग्रामीणों ने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त अवस्था में देखा तो गांव में हड़कंप मच गया। विशेषकर दलित समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए और गहरे आक्रोश और अपमान की भावना जाहिर की। उनका कहना था कि ये हरकत मनुवादी सोच की देन है, जो समाज में दलितों की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है।
विधायक दुधराम की मौके पर मौजूदगी और कड़ी कार्रवाई की मांग
वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक दुधराम तुरंत गांव पहुंचे और अधिकारियों से इस कृत्य के पीछे छिपे चेहरों को बेनकाब करने की मांग की। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ प्रतिमा खंडन नहीं, संविधान और सामाजिक समानता पर सीधा हमला है। यह हमारे समाज को तोड़ने की एक गंदी राजनीति है, जिसकी हम निंदा करते हैं और कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं।"
पुलिस जांच में जुटी, मामला दर्ज
वहीं, घटना के तुरंत बाद लालगंज थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने खंडित मूर्ति का निरीक्षण, ग्रामीणों से बातचीत, और घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए। बस्ती के पुलिस अधीक्षक ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है और जांच के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना और अफवाहों पर लगाम लगाई जा सके।