अलीगढ़ में 6 महीने के मासूम की दर्दनाक मौत, निगल लिया घर में रखा गुल मंजन,
कुछ ही मिनटों में हुई ट्रैजेडी
4 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: अलीगढ़ जिले के इगलास थाना क्षेत्र से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां 6 महीने के मासूम की जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई। 10 दिसंबर 2025 की शाम यह हादसा गोंदा गांव में हुआ, जिसने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। घर में सफाई चल रही थी और इसी दौरान बच्चा खेलते-खेलते एक डिब्बी तक पहुंच गया जिसमें ‘गुल मंजन’ रखा था। ग्रामीण इलाकों में अक्सर इस्तेमाल होने वाला यह मंजन तंबाकू और अन्य नशीले तत्वों से भरपूर होता है। बच्चा इसे खा बैठा और कुछ ही मिनटों में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। इलाज की कोशिशों के बावजूद बच्चे की जान नहीं बच सकी।
खेलते-खेलते जहरीले मंजन तक पहुंचा बच्चा गोंदा गांव एक कृषि-प्रधान क्षेत्र है जहां पारंपरिक देसी उत्पादों का उपयोग आम है। घर में टूथपेस्ट के साथ ही ‘गुल मंजन’ की एक डिब्बी रखी थी, जिसमें तंबाकू, अफीम जैसे खतरनाक नशीले तत्व पाए जाते हैं। घटना के समय मां या दादी घरेलू कामों में व्यस्त थीं। इसी दौरान खेलते हुए मासूम आरव उस डिब्बी तक पहुंच गया और काफी मात्रा में मंजन मुंह में डालकर निगल लिया।
कुछ ही मिनटों में बिगड़ी हालत जहरीला मंजन निगलते ही बच्चे के मुंह से झाग निकलने लगा और वह अचानक बेहोश हो गया। कुछ मिनटों बाद उल्टी शुरू हुई और उसे सांस लेने में कठिनाई होने लगी। नशीले पदार्थ के असर से बच्चे का शरीर तेजी से प्रतिक्रिया करने लगा धड़कन तेज हुई, सांस रुकने लगी और दिमाग पर गंभीर असर पड़ा।
इलाज की कोशिश नाकाम, हाथरस अस्पताल में मृत घोषित परिजन पहले उसे स्थानीय डॉक्टर के पास ले गए, जहां प्राथमिक उपचार किया गया, लेकिन हालत लगातार खराब होती गई। तुरंत बच्चे को हाथरस जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच की तो बच्चा पहले से ही कोमा में था। एंटी-डोट या वेंटिलेटर सपोर्ट देने का समय नहीं बचा था। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
नशीले तत्वों की भारी मात्रा से हुई मौत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि मौत गुल मंजन में मौजूद निकोटीन और अफीम जैसे नशीले तत्वों की अधिकता से हुई। यह जहर पाचन तंत्र से सीधे रक्त में पहुंचकर हृदय और श्वास प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे शिशुओं में तुरंत मौत हो सकती है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, सदमे में परिवार इगलास पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। परिवार ने कोई आपराधिक शिकायत नहीं दी, लेकिन पुलिस ने इसे लापरवाही से हुई मौत मानते हुए IPC की धारा 304A में केस दर्ज किया है। मां और दादी दुख में डूबी हैं क्योंकि मंजन घर में असुरक्षित रखा गया था।
प्रशासन की सख्ती, भविष्य में ऐसे मामलों पर अलर्ट अलीगढ़ के जिलाधिकारी ने अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे मामलों में तुरंत विष-निवारक दवाएं उपलब्ध रहें। स्वास्थ्य विभाग ने भी ग्रामीण इलाकों में नशीले उत्पादों के उपयोग पर चेतावनी जारी की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।