आगरा के 12वीं के छात्र की दोस्त ने की हत्या, कुएं में फेंका शव,
पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा
25 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: आगरा से लापता हुए 12वीं के छात्र की हत्या कर उसके ही दोस्त ने शव हाथरस जिले के सहपऊ क्षेत्र में एक कुएं में फेंक दिया। आरोपी ने शव को छिपाने के लिए उसके ऊपर ईंट-पत्थर, गांजा के पौधे और झाड़ियां डाल दीं। पुलिस ने जब संदेह के आधार पर दोस्त को पकड़ा तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। फिर पुलिस उसे लेकर घटनास्थल पहुंची और कुएं से सड़ी-गली हालत में शव बरामद किया गया।
गुमशुदगी दर्ज के बाद सामने आया हत्या का सनसनीखेज मामला
दरअसल, यह पूरा मामला आगरा के हरीपर्वत थाना क्षेत्र के सुल्तानगंज पुलिया इलाके का है। यहां रहने वाले देवेंद्र प्रजापति ने 28 जून को अपने बेटे कुणाल प्रजापति जो कि कक्षा 12वीं का छात्र था उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि कुणाल 27 जून को स्कूटी लेकर निकला था और कहा था कि थोड़ी देर में वापस आ जाएगा। देर शाम तक न लौटने पर परिजन चिंतित हो उठे। रात को जब उसकी मां ने फोन किया, तो कुणाल ने बताया कि वह अपने दोस्त शिवम यादव के साथ है। मजाकिया लहजे में उसने कहा कि कहीं ये मुझे मार न डाले…फिर उसने कहा कि वह दो घंटे में लौट आएगा, लेकिन इसके बाद उसका फोन बंद हो गया।
पुलिस पूछताछ में टूटा आरोपी
जब कुणाल का कोई पता नहीं चला तो परिवार वालों ने शिवम यादव से पूछताछ की, जो गुमराह करता रहा। शक गहराने पर पुलिस ने शिवम और उसके पिता पप्पू यादव को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो शिवम टूट गया और अपने जुर्म को कबूल लिया। सोमवार रात को पुलिस शिवम को लेकर हाथरस के सहपऊ पहुंची, जहां शिवम ने कुएं की निशानदेही की। उसी कुएं से कुणाल की सड़ी-गली लाश बरामद हुई।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
बता दें कि शव के ऊपर आरोपी ने ईंट-पत्थर और गांजा के पौधे डाल दिए थे ताकि बदबू न आए और किसी को शक न हो। मंगलवार तड़के कुणाल का शव कुएं से निकाला गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। कुणाल के चाचा ने बताया कि वह चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था और इस समय गर्मी की छुट्टियों में पिता की मिठाई की दुकान संभाल रहा था। ACP विनायक भौसले ने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है। जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और परिवार में मातम का माहौल है।