SDO से दोस्ती कर ब्लैकमेलिंग: रेप में फ़साने की धमकी देकर 25 लाख की मांग,
परेशान होकर खाया जहर
1 months ago
Written By: STATE DESK
SDO Blackmail Case: मुरादाबाद जनपद के बिजली विभाग में ट्रांसमिशन एसडीओ के पद पर तैनात शावेज़ अल्वी को, ब्लैकमेल कर गंभीर मामले में फंसाने की धमकी देकर पैसे मांगने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। जहां कथित तौर पर एक युवती की धमकियों से तंग आ कर SDO ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। जिसके बाद युवती पर एसडीओ को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 25 लाख रुपये की मांग करने के आरोप लगे हैं। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी युवती के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अनजान फोन कॉल से शुरू हुई थी दोस्ती
मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला 11 फरवरी 2025 से शुरू हुआ, जब SDO शावेज के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाली युवती ने खुद को तबिंदा उर्फ गोशिया बताया और बातचीत शुरू कर दी। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई और वे अक्सर फोन पर बात करने लगे। युवती ने एक दिन उन्हें मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज के पास बुलाया और वहां से व्हाट्सएप पर भी संपर्क शुरू हुआ।
शादी के वादे से इनकार, फिर शुरू हुई ब्लैकमेलिंग
जिसके बाद कुछ मुलाकातों के बाद दोनों के बीच शादी की बातें होने लगीं, लेकिन शावेज की फैमिली ने इस रिश्ते से इंकार कर दिया। जिसके बाद एसडीओ ने भी शादी से मना कर दिया। जिसके बाद आक्रोशित युवती ने SDO को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि युवती ने 25 लाख रुपये की मांग की और कहा कि अगर रकम नहीं दी गई तो वह उन्हें रेप के झूठे केस में फंसा देगी और निजी चैट व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम कर देगी।
परिवार ने दर्ज कराया मुकदमा
युवती की धमकियों के बाद पीड़ित एसडीओ के भाई मोहम्मद अफजल ने मझोला थाने में युवती तबिंदा उर्फ गोशिया,उसके भाई अल्तमश, मामा और फूफा शकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अफजल ने बताया कि आरोपियों ने पहले दो लाख रुपये लिए और फिर भी धमकियां जारी रहीं। मानसिक तनाव के चलते 10 मई को शावेज ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की।
चीफ इंजीनियर बोलें-मामले की जानकारी नहीं
इस मामले पर जानकारी देते हुए बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर अरविंद कुमार सिंघल ने बताया है कि, उन्हें इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि शावेज़ अल्वी की तैनाती ट्रांसमिशन विभाग में है और उनकी नियुक्ति दिव्यांग कोटे से हुई थी।
आरोपी युवती का भी पक्ष आया सामने
उधर, आरोपी युवती तबिंदा ने इस पूरे मामले में खुद को निर्दोष बताया है। उसका कहना है कि एसडीओ ने पहले दोस्ती और फिर शादी का झांसा देकर उसका विश्वास तोड़ा। जब शादी की बात आई तो एसडीओ के परिवार ने सरकारी नौकरी के चलते मोटी रकम की डिमांड शुरू कर दी। युवती का दावा है कि उसके पास सबूत के तौर पर कई चैट्स मौजूद हैं और वह कानूनी कार्रवाई करेगी।
जांच में जुटी पुलिस
वहीं इस मामले में पुलिस ने भी अपनी जांच तेज कर दी है। मामले में जानकारी देते हुए सीओ सिविल लाइंस कुलदीप गुप्ता ने बताया कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।