PSC ट्रेनिंग सेंटर के महिला रिक्रूट्स के बाथरूम में लगे कैमरे !
हंगामे के बाद बताई पूरी सच्चाई, घटना के बाद ट्रेनिंग अफसर निलंबित
3 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित 26वीं बटालियन पीएसी कैंप में चल रही महिला रिक्रूट्स की ट्रेनिंग में उस वक्त हड़कंप मच गया जब लगभग 600 महिला रिक्रूट्स ने एक साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। रिक्रूट्स ने आरोप लगाया कि उन्हें बिजली, पानी और बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं। यहां तक की उन्हें खुले में स्नान करना पड़ रहा है।
बाथरूम में लगे कैमरे, खुले में नहाने को मजबूर
प्रदर्शन कर रही महिला रिक्रूट्स ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें न तो बिजली दी जा रही है और न ही पीने के लिए साफ पानी। यहां तक कि शौचालय और बाथरूम की स्थिति भी बेहद खराब है। वहीं एक महिला आरक्षी ने आरोप लगाया है कि वहां बाथरूम में कैमरे लगे हैं। जो उनकी निजिता का हनन कर रहे हैं। जिस कारण उन्हें खुले में नहाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। रिक्रूट्स का सवाल था कि, “जब न व्यवस्था थी, न इंतज़ाम, तो हमें यहां ट्रेनिंग के लिए क्यों बुलाया गया ?” उनका कहना है कि उन्हें जबरन इस कैंप में बुलाया गया, जबकि यहां सिर्फ 250 लोगों की क्षमता थी और 600 लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए रख लिया गया।
महिला रिक्रूट्स का गुस्सा फूटा, एक युवती बेहोश
प्रदर्शन के दौरान माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया। कई महिला रिक्रूट्स रोती हुई नजर आईं, जबकि एक युवती बेहोश हो गई। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की, लेकिन महिलाएं गालियों और अभद्र भाषा का आरोप लगाते हुए पीछे हटने को तैयार नहीं थीं।
प्रशासन हरकत में, एक अधिकारी निलंबित
घटना की खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया। एडीजी लखनऊ ने पूरे मामले की जांच करवाई। उन्होंने बताया कि टेक्निकल कारणों से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी, जिसके चलते पानी की सप्लाई भी रुक गई थी। फिलहाल समस्या को तत्काल हल कर दिया गया है। महिला रिक्रूट्स के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले एक पीटीआई (ट्रेनिंग अफसर) को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, यह भी स्पष्ट किया गया कि “बाथरूम में कैमरा लगाए जाने की अफवाह पूरी तरह तथ्यहीन है।”
अखिलेश यादव का सरकार पर हमला
इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर लिखा है कि, "गोरखपुर से महिला पुलिस रिक्रूट्स के ट्रेनिंग सेंटर की बदइंतजामी के दुर्भाग्यपूर्ण समाचार आ रहे हैं। न बिजली है, न पानी, न गरिमापूर्ण स्नानालय। जब मुख्य नगरी का ये हाल है तो शेष का क्या कहना। ‘नारी वंदना’ भाजपा का जुमला है।"
ADG का आश्वासन
एडीजी लखनऊ ने यह भी आश्वासन दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए महिला आरक्षियों की गरिमा, निजता और कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्हें उचित ट्रेनिंग, सुरक्षा और सुविधाएं देने की पूरी जिम्मेदारी विभाग की है।