बीमार पत्नी को पीठ पर लादकर गुहार लगाने कलेक्ट्रेट पहुंचा दिव्यांग,
दिल को झंकझोर देगी ये तस्वीर
3 days ago
Written By: State Desk
उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जिसने प्रशासनिक संवेदनशीलता और ज़मीनी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां के कुंजी गांव में रहने वाला एक दिव्यांग व्यक्ति, अशोक राम, अपनी बीमार पत्नी को पीठ पर लादकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा, वह भी सिर्फ इसलिए कि उसके घर तक पहुंचने के लिए महज 30 मीटर का रास्ता नहीं है।
वीडियो वायरल, लाचारी की दर्दनाक तस्वीर
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में अशोक राम अपनी पत्नी को पीठ पर लादे डीएम कार्यालय में घूमता दिख रहा है। यह दृश्य न केवल भावनात्मक रूप से झकझोरने वाला था, बल्कि यह प्रशासन की लापरवाही और ग्रामीण व्यवस्था की खामियों की पोल भी खोलता है।
जब ज़मीन पर उतरी जांच टीम
मिली जानकारी के मुताबिक अशोक के घर से मुख्य सड़क तक की दूरी सिर्फ 30 मीटर है, लेकिन रास्ता निजी जमीनों के विवाद के चलते अवरुद्ध है। ग्रामीणों के अनुसार, यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है और चकबंदी विभाग तथा राजस्व कर्मियों की अनदेखी इसकी मुख्य वजह है।
ग्रामीणों का गुस्सा और प्रशासन की बेरुखी
गांव के अन्य लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की कि अशोक राम को रास्ता मिलना चाहिए। उनका आरोप है कि राजस्व विभाग और लेखपालों ने कभी गंभीरता से समस्या का समाधान नहीं किया। चकबंदी की प्रक्रिया के दौरान भी इस आवश्यक रास्ते को नजरअंदाज कर दिया गया।
अशोक राम के गंभीर आरोप
पीड़ित अशोक राम ने बताया कि पहले रास्ते को लेकर पासिंग होती है, उसके लिए पैसे भी लिए जाते हैं, फिर किसी कारण से उसे रद्द कर दिया जाता है। ऐसे झूठे वादों और घोटालों से परेशान होकर उसने पत्नी को पीठ पर लादकर डीएम ऑफिस का रुख किया।
मजबूरी बनी इंसानियत की मिसाल
अशोक ने बताया कि उसके पास एक इलेक्ट्रिक ट्राइसाइकिल है, लेकिन उसकी बैटरी पावर इतनी नहीं थी कि वह दो लोगों को लेकर ऊपर चढ़ सके। डीएम ऑफिस में सीढ़ी या लिफ्ट के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी, इसलिए मजबूरी में वह पत्नी को पीठ पर लादकर चल पड़ा। वहीं मामला सामने आने का बाद पीड़ित का रास्ता देने का आश्वासन दिया गया है।