इन व्हाट्सएप ग्रुपों से रची गई थी दंगा फ़ैलाने की साजिश,
पुलिस ने कसा शिकंजा, सात गिरफ्तार
2 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
सोशल मीडिया पर झूठ और नफरत फैलाने की साजिश एक बार फिर बेनकाब हुई है। पाकिस्तान की एक नृशंस हत्या की वीडियो को मुरादाबाद के मंसूरपुर गांव की घटना बताकर वायरल करने के मामले में सात युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि इस वीडियो को बजरंग दल के नाम से जोड़कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने का प्रयास किया गया।
पाकिस्तान का था वीडियो
पुलिस के अनुसार वीडियो पाकिस्तान की थी, लेकिन आरोपियों ने इसे मुरादाबाद की बताकर ‘बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हत्या’ के तौर पर वायरल किया। वीडियो के साथ एक भड़काऊ ऑडियो क्लिप भी चलाई गई जिसमें लोगों को वीडियो को अधिक से अधिक शेयर करने के लिए उकसाया गया।
छः ग्रुपों में किया गया था शेयर
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि इस वीडियो को छह अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा किया गया था। एक ग्रुप ‘उम्मति मुजफ्फरनगर’ बीए के छात्र शालिक द्वारा बनाया गया था जिसमें 400 से अधिक सदस्य शामिल थे। अन्य आरोपी, जिनमें दो सगे भाई भी हैं, विभिन्न व्यवसायों से जुड़े हुए हैं।
ढाई हजार ग्रुपों की जांच जारी
पुलिस ने यूएपीए, धार्मिक उन्माद फैलाने, देशविरोधी साजिश और आईटी एक्ट के तहत कड़ी धाराएं लगाई हैं। एसएसपी संजय वर्मा के नेतृत्व में तीन पुलिस टीमें लगभग ढाई हजार ग्रुप सदस्यों की जांच कर रही हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।