बांदा में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, इलाज के दौरान कानपुर में तोड़ा दम,
शरीर पर 24 से ज्यादा चोट के निशान
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। चिल्ला थाना क्षेत्र के एक गांव में 3 साल की मासूम बच्ची से दरिंदगी के बाद उसकी मौत हो गई। बच्ची को दरिंदगी के बाद गंभीर हालत में पहले जिला अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज और आखिर में कानपुर भेजा गया, जहां 7 दिन तक ICU में भर्ती रहने के बाद मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। बच्ची के शरीर पर 24 से ज्यादा चोट के निशान मिले, जिनमें से 6 चोटें उसके प्राइवेट पार्ट पर थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यूरिन इन्फेक्शन के कारण उसकी मौत की पुष्टि हुई है।
टॉफी देने बहाने किया दुष्कर्म
बता दें कि यह घटना 3 जून की है, जब गांव का ही युवक सुनील निषाद बच्ची को टॉफी देने का लालच देकर अपने घर ले गया। वहां शराब के नशे में उसने मासूम के साथ हैवानियत की। इसके बाद घायल बच्ची को मछलियों के लिए रखे जाने वाले आइस बॉक्स में बंद कर दिया और फिर साइकिल से 6 किलोमीटर दूर पदार्थपुर के जंगल में फेंक आया। रात में बच्ची के परिवार वाले उसे ढूंढते रहे।
आइस बॉक्स में मिले खून और मल के निशान
शाम करीब 6 बजे जब सुनील घर लौटा तो उसके कपड़े खून से सने थे। गांव वालों ने पूछताछ की तो उसने गिरने की बात कही, लेकिन उसके शरीर पर कोई चोट नहीं थी। संदेह होने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। रात 9 बजे बच्ची के परिजन थाने पहुंचे। पुलिस ने सुनील को हिरासत में लेकर जब उसके घर की तलाशी ली, तो आइस बॉक्स में खून और मल के निशान मिले। सख्ती से पूछताछ करने पर सुनील ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बच्ची की लोकेशन बताई। वहीं पुलिस रात में ही जंगल पहुंची और झाड़ियों के बीच से मासूम को गंभीर हालत में बरामद किया। बच्ची को पहले बांदा जिला अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज और बाद में कानपुर रेफर किया गया। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद वह बच नहीं सकी।
आरोपी पर अब हत्या का मुकदमा दर्ज
एसपी बांदा पलाश बंसल ने बताया कि अब आरोपी पर हत्या की धारा भी जोड़ी जा रही है। उसके खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जाएगी। इस अमानवीय घटना से पूरे इलाके में आक्रोश है और लोग आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।