नोएडा में वायुसेना के पूर्व अधिकारी से 1 करोड़ की ठगी,
ट्राई और पुलिस अधिकारी बनकर 22 दिन तक डराते रहे ठग
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: नोएडा से एक बेहद चौंकाने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है। यहां भारतीय वायुसेना के एक पूर्व अधिकारी मिश्री लाल से ठगों ने खुद को ट्राई और मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर 22 दिन तक डरा-धमका कर 1 करोड़ रुपये ठग लिए। ठगों ने पीड़ित को यह यकीन दिलाया कि उनके आधार और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुआ है और उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। डर के माहौल में उन्होंने लगातार वीडियो कॉल और नकली दस्तावेजों के जरिए पीड़ित को मानसिक रूप से झकझोर दिया।
फोन कॉल ट्रांसफर कर ठग ने बनाया फर्जी पुलिस अधिकारी
दरअसल, घटना की शुरुआत 17 मई को हुई जब पीड़ित को राजेश शर्मा नाम के एक शख्स का फोन आया, जिसने खुद को ट्राई अधिकारी बताया। फिर कॉल मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने के एक फर्जी अधिकारी को ट्रांसफर कर दी गई। इस शख्स ने मिश्री लाल को बताया कि उन पर केस दर्ज हो चुका है संपत्ति जब्त हो जाएगी और परिवार समेत जेल भेज दिया जाएगा। व्हाट्सऐप पर गिरफ्तारी और आरोपों से जुड़े फर्जी दस्तावेज भी भेजे गए।
HDFC, SBI और ABD बैंक के खातों में कराई गई ट्रांसफर
इसके बाद ठगों ने पीड़ित को कहा कि अगर वह बचना चाहते हैं तो जितनी भी रकम उनके बैंक खातों में है, वह ट्रांसफर कर दें। इस दौरान उन्हें HDFC, SBI और ABD बैंक के खातों की डिटेल दी गई। डर के मारे पीड़ित ने 20 मई से 12 जून के बीच करीब 1 करोड़ 2 हजार रुपये छह अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए। 13 जून को जब उन्होंने फोन किया तो नंबर बंद मिला और ठगी का अहसास हुआ।
साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई एफआईआर
पीड़ित ने सेक्टर-36 थाना क्षेत्र स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने सारे सबूत भी पुलिस को सौंप दिए हैं और ठगी गई रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है। पुलिस अब उन बैंक खातों की जांच कर रही है जिनमें रकम ट्रांसफर की गई। साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि रकम देशभर में अलग-अलग स्थानों पर खोले गए खातों में गई है। ठगों ने पीड़ित को इतना डरा दिया था कि वह किसी को कुछ बता भी नहीं सके। ठग लगातार कॉल पर नजर रखते थे और उन्हें सिर्फ दिन में 2-3 घंटे की आज़ादी मिलती थी।