छांगुर बाबा पर सीएम योगी का बड़ा बयान,
कहा- राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त आरोपी को मिलेगी उदाहरण बनने वाली सजा
18 days ago
Written By: NEWS DESK
धर्मांतरण के गंभीर आरोपों में घिरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर अब योगी सरकार का शिकंजा और कसता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक कड़ा संदेश जारी करते हुए कहा है कि जलालुद्दीन को ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए एक मिसाल बनेगी।
क्या बोले CM
वहीं आगे सोशल मीडिया साईट X पर सीएम योगी ने साफ कहा है कि, "उत्तर प्रदेश सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। प्रारंभिक जांच में आरोपी की गतिविधियां केवल समाज विरोधी नहीं बल्कि राष्ट्र विरोधी भी पाई गई हैं।"
बलरामपुर में चला बुलडोजर, संपत्ति जब्त
वहीं, इस बयान के कुछ ही घंटों बाद बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र में जलालुद्दीन की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। बताया जा रहा है कि यह वही मकान है जहां से छांगुर बाबा का नेटवर्क ऑपरेट करता था। उसकी अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों की जब्ती की कार्रवाई भी तेज़ कर दी गई है।
100 करोड़ की विदेशी फंडिंग और धर्मांतरण के आरोप
वहीं ATS की जांच में सामने आया है कि, जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का संबंध एक धर्मांतरण गैंग से है, जिसमें 18 सदस्य शामिल हैं। इनमें से अब तक 4 गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि 14 की तलाश जारी है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह नेटवर्क गोंडा, सिद्धार्थनगर, आज़मगढ़, औरैया और पुणे तक फैला हुआ है। इसके अलावा पुणे में 16 करोड़ की ज़मीन खरीदने की साजिश, तालाब कब्जाने, और न्यायिक तंत्र में घुसपैठ करने जैसे आरोप भी सामने आए हैं। इतना ही नहीं, एक सीजेएम कोर्ट कर्मचारी की पत्नी को साझेदार बनाया गया था ताकि काम कानूनी आवरण में चलता रहे।
कानून व्यवस्था से नहीं होगा कोई समझौता: योगी
वहीं मामले में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि, कानून व्यवस्था के मामले में सरकार किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगी। उन्होंने कहा है कि, "राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। ऐसे अपराधियों की संपत्तियां जब्त होंगी और उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
राष्ट्रविरोधी मंसूबों पर फिरा पानी
आपको बताते चलें कि, ATS की इस कार्रवाई से छांगुर बाबा के नेटवर्क की कमर टूटती नजर आ रही है। रिपोर्ट में जिन नेटवर्क और संस्थानों का ज़िक्र है, उनसे यह भी संकेत मिलता है कि यह केवल एक धर्मांतरण गिरोह नहीं, बल्कि एक संगठित राष्ट्रविरोधी साजिश का हिस्सा था।