अलीगढ़ में 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म पर विवाद तेज,
मुस्लिम धर्मगुरु बोले– बर्दाश्त नहीं करेंगे नफरत फैलाने वाली फिल्म
16 days ago
Written By: NEWS DESK
अलीगढ़: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ का ट्रेलर सामने आने के बाद देशभर में एक बार फिर सियासी और धार्मिक बहस तेज हो गई है। जहां एक ओर जमीयत उलेमा-ए-हिंद पहले ही इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुका है, वहीं अब अलीगढ़ के वरिष्ठ अधिवक्ता, मुस्लिम धर्मगुरु और भारतीय समाज सेवक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी इंफ्राहिम हुसैन ने भी कड़ा ऐतराज जताया है।
"समाज को लड़ाने की साजिश, नहीं बर्दाश्त करेंगे" – इंफ्राहिम हुसैन
चौधरी इंफ्राहिम हुसैन ने कहा है कि इस फिल्म के जरिए एक खास समुदाय को टारगेट किया जा रहा है और धर्म के नाम पर समाज को बांटने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सब इंटरटेनमेंट के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश है और अगर सेंसर बोर्ड ने इस पर तत्काल लगाम नहीं लगाई, तो कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। धर्मगुरु ने माननीय न्यायालय से इस फिल्म पर स्वतः संज्ञान लेने की मांग की और केंद्र सरकार से भी सेंसर बोर्ड पर नियंत्रण सुनिश्चित करने की अपील की। उनका साफ कहना है कि अगर इस फिल्म को रोका नहीं गया तो देश की गंगा-जमुनी तहजीब पर चोट पहुंचेगी।
पहले पीएम मोदी को बताया था "शांति दूत", अब फिल्म पर विरोध
गौरतलब है कि इंफ्राहिम हुसैन वही व्यक्ति हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "शांति दूत" बनाए जाने की मांग को लेकर यूएनओ को पत्र लिखा था। लेकिन अब जब बात ‘उदयपुर फाइल्स’ की आई, तो उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे "भाईचारे को तोड़ने वाली फिल्म" बताया।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद भी पहले कर चुका है विरोध
इससे पहले जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भी ट्रेलर में नुपुर शर्मा के पुराने बयान को शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि ऐसे बयान देश की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब करते हैं और फिल्म समाज में नफरत का जहर घोल सकती है।
“फिल्म से विशेष समुदाय को बदनाम करने की साजिश”
मुस्लिम धर्मगुरुओं का कहना है कि यह फिल्म एक विशेष वर्ग और धार्मिक संस्थानों की छवि को धूमिल करने का प्रयास है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि सेंसर बोर्ड ने आखिर कैसे इस फिल्म को मंजूरी दे दी। उनका आरोप है कि इस फिल्म के पीछे कुछ ऐसी ताकतें काम कर रही हैं, जो देश की बहुसंख्यक आबादी को विशेष समुदाय के खिलाफ भड़काना चाहती हैं।
जल्द बैन नहीं लगा तो होगा बड़ा प्रदर्शन
धर्मगुरुओं ने चेतावनी दी है कि, अगर जल्द ही ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक नहीं लगाई गई, तो देशभर में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर समाज को बांटना और लोगों के दिलों में नफरत भरना खतरनाक खेल है, जिसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।