स्वामी प्रसाद मौर्य ने आपरेशन सिंदूर पर खड़े किए सवाल,
कहा-पहले हमला, फिर युद्ध और अचानक शांति, जनता को किया गुमराह
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Swami Prasad Maurya: सुलतानपुर में रविवार को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सवाल खड़े किए। मौर्य ने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक दिखावा बनकर रह गया। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात हुई थी। लेकिन अचानक दोनों देशों ने युद्ध विराम कर दिया। इससे जनता के मन में कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र और राज्य सरकार पर सीधा हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की भावनाओं से खिलवाड़ किया। वहीं शहीदों की कुर्बानी का भी अपमान हुआ। मौर्य ने तीन अहम बातें कहीं, जो इस प्रकार हैं:
1. शहादत का मजाक बना ऑपरेशन सिंदूर
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाटक था। भाजपा सरकार ने बहनों के सिंदूर और शहीदों की कुर्बानी का मजाक बनाया। आगे उन्होंने कहा कि ऐसा लगा जैसे यह सब मिलकर किया गया हो। पहले हमला, फिर युद्ध का शोर और अचानक शांति। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सिर्फ लोकप्रियता पाने के लिए ऐसे नाटक करती है। जनता को गुमराह किया गया है।
2. गूंगी-बहरी बनी हुई है यूपी सरकार
मौर्य ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है। एक जाति विशेष के लोग खुलेआम हथियार लहरा रहे हैं। लेकिन पुलिस और प्रशासन कुछ नहीं कर रहे। आगे उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के युवाओं की हत्या हो रही है। बहन-बेटियों से रेप हो रहा है। लेकिन सरकार चुप है। कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
3. अपराधियों को सीएम की खुली छूट
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 90% उपद्रवी मुख्यमंत्री की जाति के हैं। इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। आम आदमी की गलती पर तुरंत बुलडोजर चल जाता है। लेकिन असली अपराधी खुले घूम रहे हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को अपराध करने का लाइसेंस मिल गया है। उन्हें कानून का अब कोई डर नहीं है।