अखिलेश का बड़ा एक्शन, सपा के तीन बागी विधायक पार्टी से बाहर,
पांच पर सस्पेंस बरकरार राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग पड़ी भारी
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Samajwadi Party: लखनऊ से एक बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है। समाजवादी पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल तीन विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या की गोसाईगंज सीट से विधायक अभय सिंह, अमेठी की गौरीगंज सीट से विधायक राकेश प्रताप सिंह और रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडेय को सपा से निष्कासित कर दिया है। यह निर्णय काफी समय से चल रहे राजनीतिक तनाव के बाद लिया गया है, जिसमें इन विधायकों पर पार्टी विरोधी कार्यों में शामिल होने का आरोप था।
सपा विरोधी गतिविधियों के चलते तीन विधायक बाहर
इन तीनों विधायकों पर लंबे समय से सपा विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप था। पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी विधानसभा अध्यक्ष से इनकी सदस्यता रद्द कराने की मांग करेगी, लेकिन सपा ने फिलहाल ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है। इसलिए ये विधायक अब सदन में असंबद्ध विधायक की श्रेणी में रहेंगे यानी किसी पार्टी से संबंधित नहीं माने जाएंगे। बता दें कि सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा सांप्रदायिक, विभाजनकारी और पीडीए विरोधी विचारधारा का साथ देने के कारण, समाजवादी पार्टी जनहित में इन विधायकों को पार्टी से निष्कासित करती है। इनको हृदय परिवर्तन के लिए दी गई अनुग्रह अवधि समाप्त हो चुकी है।
सपा के बागी विधायकों ने बीजेपी को जिताया
इस पूरे घटनाक्रम की जड़ 2023 के राज्यसभा चुनाव से जुड़ी है। उस दौरान सपा के 7 विधायकों ने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर बीजेपी के पक्ष में वोटिंग की थी। क्रॉस वोटिंग के इस मामले में पार्टी को भारी नुकसान हुआ था और उसका तीसरा राज्यसभा उम्मीदवार हार गया था, जबकि बीजेपी के सभी आठ उम्मीदवार जीत गए थे। क्रॉस वोटिंग करने वालों में अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, मनोज पांडेय, पूजा पाल, विनोद चतुर्वेदी, आशुतोष मौर्य और राकेश पांडेय शामिल थे। इनमें से अभय सिंह और मनोज पांडेय ने बाद में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता भी ले ली थी।
पूजा पाल पर नहीं हुई कार्रवाई
अब सपा ने तीन के खिलाफ कड़ा कदम उठा लिया है, लेकिन अभी पांच अन्य विधायकों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इनमें सबसे चर्चित नाम पूजा पाल का है। ऐसे में आने वाले दिनों में पार्टी के भीतर और भी उठापटक देखने को मिल सकती है।