वाराणसी में शिवराज सिंह चौहान का हमला, कांग्रेस संविधान की हत्यारिन,
बोले- नाक रगड़कर मांगे माफी, मोदी से सीखें लोकतंत्र
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी में शुक्रवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने आपातकाल के दौर को याद किया और कांग्रेस को लोकतंत्र और संविधान का हत्यारा बताया। उन्होंने कहा कि आज भी कांग्रेस पार्टी अपनी ऐतिहासिक गलती को स्वीकार करने को तैयार नहीं है, जबकि उस एक फैसले ने हजारों परिवारों को तबाह कर दिया था।
शिवराज- बिना कैबिनेट मीटिंग देश को बनाया जेलखाना
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए लोकतंत्र की हत्या की थी। हाईकोर्ट ने जब उनके चुनाव को गलत ठहराया और छह साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगाई, तब उन्होंने सत्ता छोड़ने के बजाय 25 जून 1975 की रात देश में आपातकाल लागू कर दिया। बिना कैबिनेट बैठक के लिए गए फैसले में देश के नागरिकों के मौलिक अधिकार छीन लिए गए, प्रेस की आज़ादी खत्म कर दी गई और पूरे देश को जेल में तब्दील कर दिया गया।
नाक रगड़कर माफी मांगे कांग्रेस- शिवराज
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस को आज देश के सामने नाक रगड़कर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, लेकिन कांग्रेस को उसे रखने का कोई अधिकार नहीं है। वह पार्टी है जिसने नागरिकों के अधिकार छीने, अदालतों को कमजोर किया और हजारों लोगों को बिना मुकदमे जेल में डाल दिया। नसबंदी जैसे काले कानून उस दौर में बनाए गए थे, जिनमें अपील, वकील और दलील का कोई स्थान नहीं था।
खड़गे सिर्फ नाम के अध्यक्ष
शिवराज ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह तो खुद नहीं जानते कि कांग्रेस में उनकी हैसियत क्या है। कांग्रेस आज भी एक परिवार द्वारा चलाई जा रही है, असली चेहरा पर्दे के पीछे है और जनता के सामने नकली चेहरा लाया गया है।
कांग्रेस को लोकतंत्र मोदी से सीखना चाहिए- शिवराज
शिवराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह संविधान का आदर करते हैं, कैबिनेट में सभी की राय लेते हैं और संसद की सीढ़ियों को नमन करते हैं। यही लोकतंत्र का असली सम्मान है और कांग्रेस को अगर लोकतंत्र सीखना है तो मोदी से सीखे।