योग को लेकर मुस्लिम धर्मगुरु के बयान पर साक्षी महाराज का पलटवार
कहा- योग कोई पार्टी का नहीं, स्वास्थ्य का विज्ञान है
1 months ago
Written By: NEWS DESK
संभल में मुस्लिम धर्मगुरु बद्रे आलम द्वारा योग दिवस को लेकर दिए गए बयान पर सियासत गरमा गई है। जहां एक ओर धर्मगुरु बद्रे आलम ने योग दिवस को मुस्लिमों पर न थोपने की बात कही और सूर्य नमस्कार पर आपत्ति जताई, वहीं उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने इसका कड़ा जवाब दिया है।
“मुस्लिम खुद पांच बार योग करता है” – साक्षी महाराज
सांसद साक्षी महाराज ने अपने कैंप कार्यालय में प्रेस से बातचीत के दौरान कहा, “आलम साहब खुद कह रहे हैं कि, मुस्लिम नमाज़ के माध्यम से दिन में पांच बार योग करता है, तो छठी बार न करे, वो उसकी खुशी है।” उन्होंने यह भी कहा कि योग किसी पार्टी, धर्म या संप्रदाय से जुड़ा नहीं, बल्कि यह शरीर को स्वस्थ रखने का एक वैज्ञानिक तरीका है।
"बीमारी से मुक्ति का मार्ग है योग"
साक्षी महाराज ने यह स्पष्ट किया है कि, भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसी पर भी योग थोप नहीं रही है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम है, जिसे दुनियाभर में अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा: “बीमारी को दूर करने के लिए विश्वभर में आह्वान किया गया है। हिंदू, मुसलमान, ईसाई, पादरी—सभी ने योग को आत्मसात किया है, यह हमारे लिए गर्व की बात है।”
“कुछ लोगों को आपत्ति करने की आदत होती है”
बयान के अंत में उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “समाज में कुछ लोगों को हर अच्छी चीज़ पर आपत्ति करने की आदत होती है। योग तो केवल एक स्वस्थ जीवन की दिशा में प्रयास है, उसे लेकर बेवजह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
ध्यान देने योग्य है कि धर्मगुरु बद्रे आलम ने संभल में बयान देते हुए कहा था कि “मुस्लिमों पर योग को न थोपें, क्योंकि मुस्लिम दिन में 5 बार नमाज के जरिए खुद योग करता है।” साथ ही उन्होंने सूर्य नमस्कार पर भी आपत्ति जताई थी, यह कहते हुए कि इस्लाम सूर्य की पूजा की इजाजत नहीं देता।