बिहार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव का डांस वीडियो वायरल,
जानिए उनका पूरा राजनीतिक सफर
2 days ago
Written By: Aniket Prajapati
बिहार के कृषि मंत्री और दानापुर के विधायक रामकृपाल यादव इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। वजह है एक वीडियो, जिसमें मंत्री कार्यकर्ताओं के साथ मंच पर नाचते दिखाई दे रहे हैं। दानापुर में कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जहां भोजपुरी स्टार पवन सिंह का मशहूर चुनावी गीत ‘जोड़ी मोदी और नीतीश जी के हिट होई’ बजते ही रामकृपाल यादव अपने आप को रोक नहीं पाए। हाथ में गमछा लहराते हुए वे कार्यकर्ताओं के साथ मंच पर थिरकने लगे। यह वही गाना है जो चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के मंचों पर खूब बजा और पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरता रहा। वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और लोग मंत्री के ऊर्जा से भरे अंदाज की चर्चा करने लगे।
रामकृपाल यादव कौन हैं? जानिए राजनीतिक सफर
रामकृपाल यादव बिहार की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। वे वर्तमान में दानापुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक और बिहार सरकार में कृषि मंत्री हैं। उनका राजनीतिक सफर करीब तीन दशक पुराना है। रामकृपाल यादव ने पहली बार 1992 में बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में राजनीति में कदम रखा और 1993 तक इस पद पर रहे। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा कदम बढ़ाया और पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दो बार सांसद बने। मोदी सरकार में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 2014 में उन्हें पेयजल और स्वच्छता राज्य मंत्री बनाया गया। इसके बाद 5 जुलाई 2016 को वे केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री बने और 2019 तक इस पद पर काम किया। उन्होंने केंद्र में रहते हुए कई योजनाओं पर काम किया और अपने क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाई।
बीजेपी में आने से पहले RJD से था गहरा संबंध
रामकृपाल यादव बीजेपी में आने से पहले लंबे समय तक लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में रहे। वे लालू प्रसाद के बेहद भरोसेमंद नेताओं में गिने जाते थे। RJD के टिकट पर वे पटना लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे 1993 से 1998 और फिर 2004 से 2009 तक। लालू प्रसाद यादव ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा, जहां वे 2010 से 2014 तक सदस्य रहे। हालाँकि, 2014 में परिस्थितियाँ बदल गईं। जब लालू प्रसाद ने अपनी बेटी मीसा भारती को पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से टिकट दिया, तो रामकृपाल यादव नाराज़ हो गए और RJD छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। उसी साल वे बीजेपी से सांसद बने और केंद्रीय मंत्री पद भी मिला।