सपा से निष्कासन पर MLA राकेश प्रताप सिंह का फूटा गुस्सा,
कहा- अगर मंच साझा करना गुनाह है, तो पूजा पाल पर कार्रवाई क्यों नहीं?
1 months ago
Written By: NEWS DESK
समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा हाल ही में राज्यसभा चुनाव 2024 में क्रॉस वोटिंग करने वाले तीन बागी विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। जिनमें गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह का नाम प्रमुख है। जिसके बाद पहले तो उन्होंने पार्टी के इस निर्णय का स्वागत किया, लेकिन अब उन्होंने जिन्होंने पार्टी की इस कार्रवाई पर खुलकर नाराजगी जताई है। राकेश प्रताप सिंह ने क्रास वोटीग करने वाले 8 में से केवल 3 विधायकों पर ही कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठाए हैं। इसको लेकर उन्होंने कहा है कि, पार्टी ने आठ में से सिर्फ तीन लोगों को ही निशाना बनाया है, जबकि अन्य को अनदेखा किया गया।
“पूजा पाल को क्यों छोड़ा गया?”
राकेश प्रताप सिंह ने सपा विधायक पूजा पाल का उदाहरण देते हुए कहा है कि, अगर मंच साझा करना ही पार्टी विरोधी गतिविधि है, तो केशव प्रसाद मौर्य के साथ मंच साझा करने वाली पूजा पाल पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई ? “अगर पूजा पाल का मंच साझा करना ठीक है तो उन्हें बधाई दीजिए, फिर हमें निष्कासित क्यों किया गया?” उन्होंने इस कदम को पार्टी में भेदभाव और चुनिंदा कार्रवाई करार दिया है।
PDA पर तंज – “अब बन गया परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी”
अखिलेश यादव के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) मॉडल पर कटाक्ष करते हुए राकेश प्रताप ने कहा है कि, अब इसका मतलब "परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी" हो गया है। उनका इशारा साफ था कि, पार्टी में केवल एक परिवार को बढ़ावा दिया जा रहा है, बाकी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है।
“मंत्री से मिलना गुनाह नहीं”
राकेश प्रताप सिंह ने सफाई देते हुए कहा है कि, वह जनहित के मुद्दों पर मंत्री से मिले थे, इसका मतलब यह नहीं कि वे पार्टी के खिलाफ हैं। “अगर क्षेत्र के विकास के लिए किसी मंत्री से मिलना लोकतंत्र विरोधी है तो फिर हमें काम ही बंद कर देना चाहिए।”