"जो बाप का नहीं हुआ, वो किसी का नहीं होगा",
अखिलेश यादव पर ओपी राजभर का तीखा हमला
1 months ago
Written By: NEWS DESK
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर ज़ुबानी जंग तेज हो गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने अखिलेश को "विश्वासघाती" बताते हुए कहा कि, वह कभी अपने लोगों के नहीं हुए, तो दूसरों के कैसे हो सकते हैं। वहीं उन्होंने अखिलेश यादव को उनकी पार्टी तोड़कर दिखने की खुली चुनौती भी दी है।
“हिम्मत है तो पार्टी तोड़कर दिखाओ” – अखिलेश को खुली चुनौती
रिपोर्ट्स के मुताबिक जौनपुर में सुभासपा नेता महेंद्र राजभर के साथ हुई मारपीट पर अखिलेश यादव की टिप्पणी से नाराज़ ओपी राजभर ने कहा है कि, अगर अखिलेश यादव में दम है तो सुभासपा को तोड़कर दिखाएं। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि समाजवादी पार्टी पिछड़े वर्गों को हिस्सेदारी नहीं देना चाहती और सिर्फ एक जाति विशेष के लिए काम करती है। यहां राजभर ने यह भी आरोप लगाया कि जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सिर्फ अपनी जाति के लोगों को प्रमोट किया। उन्होंने दावा किया कि 86 में से 56 एसडीएम यादव समुदाय से बनाए गए थे। “ये पीडीए नहीं, ये सत्ता की लूट है,” ओपी राजभर ने कहा।
"जो अपने बाप और चाचा का नहीं हुआ..."
वहीं एक समाचार चैनल से बातचीत में ओपी राजभर ने अखिलेश पर व्यक्तिगत हमला बोलते हुए कहा है कि, जो व्यक्ति अपने पिता (मुलायम सिंह यादव) और चाचा (शिवपाल यादव) का नहीं हुआ, उस पर भरोसा करना राजनीतिक आत्मघात जैसा है। उन्होंने कहा, “उन्होंने सभी को धोखा दिया – मुझे, कांग्रेस को, संजय निषाद को, जयंत चौधरी को और मायावती को भी।”
मुस्लिम वोट पर भी उठाए सवाल
इस दौरान ओपी राजभर ने अखिलेश यादव की मुस्लिम वोटबैंक की राजनीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अखिलेश को 18% मुस्लिम वोट मिलते हैं, लेकिन वे उनके भी नहीं हो सके। “अगर दम है, तो कहो कि 2027 में अगर हमारी सरकार बनी तो हम किसी मुस्लिम को मुख्यमंत्री बनाएंगे,” उन्होंने चुनौती दी।
“राजभरों को समझना आपके बस के बाहर है”
राजभर ने आगे कहा है कि, अब उनका समाज जाग गया है और अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा है। “आप उनके अधिकार छीनना चाहते हैं और हमें नीचा दिखाना चाहते हैं,” उन्होंने अखिलेश पर आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी नहीं चाहती कि अति पिछड़ा वर्ग राजनीति में उभरे।