मुस्लिम-यादव वोटों से जीते…अब अपमान कर रहे, राजभर पर परिवारवाद का आरोप,
सुभासपा महासचिव ने छोड़ा पद
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ उनके ही महासचिव इजहार अली ने गुरुवार, 28 अगस्त 2025 को इस्तीफा दे दिया। इजहार अली ने आरोप लगाया कि राजभर ने मुस्लिम और यादव वोटों के दम पर जीत हासिल की थी, लेकिन अब मंत्री बनने के बाद इन्हीं समुदायों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी में बढ़ते परिवारवाद और राजभर के व्यक्तिगत रवैये को भी इस्तीफे का मुख्य कारण बताया।
इस्तीफे के पीछे का कारण
इजहार अली ने कहा कि सुभासपा में परिवारवाद हावी हो गया है। राजभर के दोनों बेटे और बहुएं पार्टी और सुरक्षा में विशेष भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने शायराना अंदाज में तंज कसते हुए कहा कि पहले आपका जिंदाबाद किया, फिर बेटों का जिंदाबाद किया और अब पोते का जिंदाबाद करने की स्थिति आ गई है। इजहार ने इस्तीफे में लिखा कि आंधियों को बिजलियां गिराने की जिद है, तो उन्हें भी आशियाना बनाने की जिद है।
इजहार अली का राजनीतिक सफर
इजहार अली ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से की थी। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) में भी कार्य किया और मुलायम सिंह यादव को अपना राजनीतिक गुरु माना। 2021 में उन्होंने सुभासपा जॉइन की और महासचिव के साथ-साथ बिहार संगठन के प्रभारी की जिम्मेदारी संभाली।
पहले भी लगे थे परिवारवाद के आरोप
यह पहली बार नहीं है जब सुभासपा पर परिवारवाद के आरोप लगे हैं। अप्रैल 2025 में पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के 200 से अधिक मुस्लिम पदाधिकारियों ने भी राजभर पर परिवारवाद और पक्षपात का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया था। इजहार अली का इस्तीफा सुभासपा के भीतर बढ़ते असंतोष और विवाद को उजागर करता है।