छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर मायावती ने दी श्रद्धांजलि,
नाम बदलने पर सपा-भाजपा को घेरा
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Mayawati: लखनऊ से एक राजनीतिक और सामाजिक संदेश देने वाली बड़ी खबर सामने आई है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ शाहूजी महाराज के ऐतिहासिक कार्यों को याद किया, बल्कि वर्तमान राजनीतिक दलों पर दलितों और पिछड़े वर्गों के प्रति उदासीन रवैये का आरोप भी लगाया।
मायावती ने दी शाहूजी महाराज को श्रद्धांजलि
दरअसल, मायावती ने कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर में सबसे पहले दलितों को नौकरी में आरक्षण देकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया था। उन्होंने उस दौर में सामाजिक न्याय की जो अलख जगाई, वह आज भी प्रेरणा देने वाली है। उन्होंने कहा कि आज भी जाति के आधार पर दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों को लाचार और गुलाम बनाए रखने की कोशिशें जारी हैं। ऐसे समय में शाहूजी महाराज की सोच और विरासत को संजोना बेहद जरूरी हो गया है।
मायावती ने याद दिलाए बीएसपी शासनकाल के फैसले
बता दें कि उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब उत्तर प्रदेश में बीएसपी की सरकार चार बार बनी, तब उनकी सरकार ने छत्रपति शाहूजी महाराज को सम्मान देने के लिए कई अहम कदम उठाए। इनमें उनके नाम पर नया जिला बनाने, स्कूल-कॉलेजों का नामकरण करने और उनकी मूर्तियां लगाने जैसे कार्य शामिल थे। सबसे अहम कार्य लखनऊ में छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना रहा।
सपा और भाजपा दोनों दलित हितों के प्रति असंवेदनशील- मायावती
मायावती ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद समाजवादी पार्टी ने इस मेडिकल यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी कर दिया, जबकि इसी नाम से पहले से लखनऊ में एक मेडिकल कॉलेज था। उन्होंने इस फैसले को बीएसपी और दलित-पिछड़े वर्गों के प्रति सपा की नकारात्मक सोच का परिणाम बताया। वहीं मायावती ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने भी इस नाम परिवर्तन को अब तक ठीक नहीं किया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग की कि छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी का पुराना नाम जल्द बहाल किया जाए, ताकि सामाजिक न्याय के प्रतीक इस महानायक का सही सम्मान हो सके।