मायावती की संसद से अपील: देशहित में हो सार्थक बहस,
पहलगाम पर चर्चा को तैयार रहे सरकार
5 days ago
Written By: NEWS DESK
संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो चुका है और इस मौके पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सरकार और विपक्ष दोनों से अपील की है कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश और जनहित के मुद्दों पर गंभीर बहस करें।
पहले की तरह निराशाजनक ना हो सत्र
मायावती ने सोशल मीडिया साईट 'एक्स' पर लिखा कि संसद का यह सत्र भी पहले की तरह निराशाजनक ना हो, जहां आरोप-प्रत्यारोप और हंगामे के बीच जनसरोकारों की आवाज दब जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार संसद में गरीबों, दलितों और मेहनतकश जनता की समस्याओं पर गंभीरता से बात होगी।
संसद का सुचारू संचालन जरुरी
उन्होंने देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, महिला असुरक्षा, और भाषा-क्षेत्र के नाम पर हो रहे टकराव जैसे मुद्दों को गिनाते हुए कहा कि इन पर दीर्घकालिक रणनीति बनाकर ठोस कार्यवाही की जानी चाहिए। मायावती ने यह भी जोड़ा कि संसद का सुचारू संचालन जरूरी है, ताकि आम जनता को यह भरोसा हो कि लोकतंत्र उनके लिए कार्य कर रहा है।
पहलगाम पर चर्चा के लिये तैयार रहे सरकार
वहीं विशेष रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम नरसंहार की ओर इशारा करते हुए मायावती ने कहा कि सरकार को इस मामले पर सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए और चर्चा के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि विपक्ष का भी कर्तव्य है कि वह सहयोगात्मक भूमिका निभाए। मायावती ने यह भी कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत को राजनीतिक सजगता और राष्ट्रीय एकता की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है।