इजराइल-हमास संघर्ष पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का बड़ा बयान:
मुस्लिम देशों की चुप्पी पर जताई नाराजगी, अमेरिका और इजराइल को बताया इस्लाम विरोधी
1 months ago
Written By: NEWS DESK
बरेली से ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गाजा में इजराइली हमलों की निंदा करते हुए कहा कि इन हमलों में हजारों मासूम महिलाएं और बच्चे मारे जा चुके हैं। मौलाना रजवी ने इजराइल और अमेरिका को सीधे तौर पर इस्लाम का विरोधी बताया और कहा कि इन दोनों देशों की नीतियां मुस्लिमों के खिलाफ हैं।
अरब देश देख रहे तमाशा
मौलाना ने गाजा में हो रही हिंसा पर मुस्लिम देशों की चुप्पी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि अरब देश केवल तमाशा देख रहे हैं और उनमें एकजुटता की कमी है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर अरब लीग, ओआईसी और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठन इस नरसंहार को रोकने के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठा रहे हैं। मौलाना के मुताबिक, इन अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका मात्र एक दिखावा बनकर रह गई है।
अमेरिका पर गंभीर आरोप
उन्होंने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लगातार इजराइल को सैन्य मदद देता आ रहा है। अगर अमेरिका हथियार देना बंद कर दे, तो इजराइल किसी भी अरब देश पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की यह भूमिका पूरी दुनिया में अस्थिरता को बढ़ावा दे रही है।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की नीतियों पर भी मौलाना रजवी ने तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प की नीतियों के कारण खुद अमेरिका में अराजकता और हिंसा की स्थिति पैदा हुई थी। कई अमेरिकी शहरों में तोड़फोड़, आगजनी और विद्वेष की घटनाएं बढ़ गई थीं।
मुस्लिम देशों से अपील
बयान के अंत में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मुस्लिम देशों से अपील की है कि, वे आपसी मतभेद भुलाकर एक मंच पर आएं और एकजुट होकर ऐसे अन्यायपूर्ण हमलों का विरोध करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो आने वाले समय में हालात और भी खराब हो सकते हैं, जिसका खामियाजा पूरी मुस्लिम आवाम को भुगतना पड़ सकता है।